टीटीडी प्रशासन पर आरोप: मंदिर की परंपराओं को कमजोर करने का आरोप

भूमना करुणाकर रेड्डी का आरोप
तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) के पूर्व अध्यक्ष और वाईएसआरसीपी के वरिष्ठ नेता भूमना करुणाकर रेड्डी ने टीटीडी प्रशासन और सत्तारूढ़ एनडीए सरकार पर तिरुमाला श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर की पवित्रता और परंपराओं को कमजोर करने का आरोप लगाया। तिरुपति में संवाददाताओं से बातचीत करते हुए रेड्डी ने टीटीडी के एक अधिकारी की उस टिप्पणी की निंदा की, जिसमें कहा गया था कि श्रीवारी मंदिर में वैदिक मंत्रोच्चार की कोई आवश्यकता नहीं है और इसे समाप्त किया जाना चाहिए।
टीटीडी की प्रतिक्रिया
रेड्डी ने अधिकारियों को अपवित्र और अहंकारी बताते हुए कहा कि मंदिर में चारों वेदों का नियमित पाठ किया जा रहा है और टीटीडी इन प्राचीन ग्रंथों को बढ़ावा देने के लिए छह वैदिक विद्यालय संचालित करता है। उन्होंने यह भी बताया कि कई धर्मगुरुओं ने इन मुद्दों पर आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत से शिकायत की थी, जिसके परिणामस्वरूप टीटीडी अधिकारियों को फटकार लगाई गई थी। टीटीडी ने रेड्डी के सभी आरोपों को खारिज करते हुए उन्हें निराधार, राजनीति से प्रेरित और संस्था की वैश्विक प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने वाला बताया।
टीटीडी का आधिकारिक बयान
टीटीडी ने एक आधिकारिक बयान में कहा, "पाठ का समय बढ़ा दिया गया है, और दिव्य मंत्र 'ओम नमो वेंकटेशाय' अब मंदिर परिसर के सभी कोनों में गूंजता है - जिसमें कतारें, अन्नप्रसादम हॉल और फुटपाथ शामिल हैं।" अधिकारियों ने बताया कि सुधार केवल पारदर्शिता बढ़ाने और भक्तों के लिए सेवाओं को सुव्यवस्थित करने के उद्देश्य से किए गए थे।