टीएमसी विधायक मदन मित्रा के विवादास्पद बयान पर भाजपा की तीखी प्रतिक्रिया

तृणमूल कांग्रेस के विधायक मदन मित्रा के एक विवादास्पद बयान ने राजनीतिक माहौल को गरमा दिया है। उन्होंने दावा किया कि भगवान राम मुसलमान थे, जिस पर भाजपा ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। भाजपा प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने इसे हिंदू धर्म का अपमान बताया। मित्रा ने अपने भाषण में भाजपा के नेताओं को चुनौती दी कि वे साबित करें कि राम हिंदू थे। इस विवाद ने टीएमसी और भाजपा के बीच की राजनीतिक खाई को और बढ़ा दिया है। जानें इस मामले में और क्या कहा गया।
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टीएमसी विधायक मदन मित्रा के विवादास्पद बयान पर भाजपा की तीखी प्रतिक्रिया

राजनीतिक विवाद का जन्म

तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के विधायक मदन मित्रा के एक भाषण का वीडियो वायरल होने के बाद राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। इस वीडियो में उन्होंने यह दावा किया कि भगवान राम मुसलमान थे। भाजपा ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए इसे हिंदू धर्म का अपमान करार दिया है। अपने बंगाली भाषण में, मित्रा ने एक हिंदू श्लोक का पाठ किया और भाजपा की हिंदू धर्म की व्याख्या पर सवाल उठाया। उन्होंने स्पष्ट किया कि उनका उद्देश्य हिंदू धर्म का अपमान करना नहीं था, बल्कि भाजपा के नेतृत्व की हिंदू धर्म की समझ पर सवाल उठाना था।


भाजपा की प्रतिक्रिया

भाजपा के प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने मित्रा की टिप्पणियों की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा कि टीएमसी विधायक का यह दावा कि ‘प्रभु श्री राम मुसलमान थे, हिंदू नहीं’ जानबूझकर हिंदू धर्म का अपमान है। भंडारी ने आरोप लगाया कि टीएमसी का यह हाल हो गया है कि वे हिंदू आस्था पर लगातार हमले कर रहे हैं। एक व्यक्तिगत घटना का जिक्र करते हुए, मित्रा ने बताया कि उन्होंने दिल्ली में भाजपा के एक वरिष्ठ नेता को चुनौती दी थी कि वे साबित करें कि भगवान राम हिंदू थे।


मित्रा का बयान

मित्रा ने कहा, “मैंने उनसे कहा, साबित करके दिखाओ कि राम हिंदू हैं। मुझे राम का उपनाम बताओ।” उन्होंने आगे बताया कि वहां मौजूद कोई भी उनके सवाल का जवाब नहीं दे सका। मित्रा ने दावा किया कि भाजपा के नेता, जिनमें सुवेंदु अधिकारी भी शामिल थे, जवाब देने में असफल रहे। उन्होंने यह भी कहा कि एक हिंदू साधु ने उन्हें बताया कि भगवान राम का उपनाम "रामजेठमलानी" था, जिस पर उन्होंने अपने भाषण में मजाक किया। मित्रा ने सवाल उठाया, "क्या कोई हिंदू इस पर विश्वास करेगा? क्या वे ऐसे लोगों पर विश्वास करके पूजा करने जाएंगे?" उन्होंने जोर देकर कहा कि उनकी टिप्पणियां भाजपा की हिंदू धर्म की सतही समझ का उपहास करने के लिए थीं।