टाटा समूह के चेयरमैन का भावुक पत्र: एयर इंडिया विमान दुर्घटना पर शोक

टाटा समूह के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन ने एयर इंडिया की हालिया विमान दुर्घटना पर एक भावुक पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने इस घटना को समूह के इतिहास का सबसे दुखद दिन बताया। इस दुर्घटना में 242 लोगों की जान गई है, और चंद्रशेखरन ने सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देने का आश्वासन दिया है। जानें इस घटना के बारे में और क्या जानकारी सामने आई है।
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टाटा समूह के चेयरमैन का भावुक पत्र: एयर इंडिया विमान दुर्घटना पर शोक

टाटा समूह के चेयरमैन का संवेदनशील संदेश

टाटा समूह के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन ने अपने कर्मचारियों के लिए एक भावुक पत्र लिखा है। उन्होंने 12 जून को टाटा समूह के इतिहास का सबसे दुखद दिन बताया है। यह जानकारी एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 के भयानक हादसे के बाद आई है, जो अहमदाबाद से लंदन के लिए उड़ान भर रही थी।


 


इस विमान दुर्घटना में 242 लोगों की जान गई है। उल्लेखनीय है कि टाटा समूह ने जनवरी 2022 में एयर इंडिया का अधिग्रहण किया था। चंद्रशेखरन ने पत्र में कहा कि यह घटना अविश्वसनीय है और हम सभी गहरे सदमे में हैं। किसी एक व्यक्ति को खोना दुखदायी होता है, लेकिन इतनी बड़ी संख्या में लोगों की जान का जाना एक असहनीय दर्द है। यह दिन टाटा समूह के लिए काला दिन है।


 


उन्होंने बताया कि पिछले 24 घंटों में भारत, ब्रिटेन और अमेरिका की जांच एजेंसियां अहमदाबाद पहुंच चुकी हैं। सभी टीमों ने मिलकर इस हादसे की जांच शुरू कर दी है। चंद्रशेखरन ने आश्वासन दिया कि टाटा समूह जांच में पूरा सहयोग करेगा और सभी जानकारी पारदर्शिता के साथ साझा की जाएगी।


 


चंद्रशेखरन ने कहा कि जब हमने एयर इंडिया का संचालन शुरू किया था, तब यात्रियों की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता थी। इसमें कोई समझौता नहीं किया गया है। जब तक हम सभी तथ्यों की पुष्टि नहीं कर लेते, तब तक हम कोई सार्वजनिक अनुमान नहीं लगाएंगे। हर तथ्य को पारदर्शिता के साथ साझा किया जाएगा।


 


यह ध्यान देने योग्य है कि एयर इंडिया की AI-171 फ्लाइट अहमदाबाद से उड़ान भरने के कुछ ही मिनटों बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। यह बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान था, जो एक मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल से टकराया। इस टकराव के बाद एक बड़ा विस्फोट हुआ और आग की लपटें उठीं। टाटा समूह एयर इंडिया का संचालन करता है।


 


इस विमान में 230 यात्री और 12 क्रू सदस्य सवार थे। यात्रियों में 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश, 1 कनाडाई और 7 पुर्तगाली नागरिक शामिल थे। इस हादसे में केवल एक व्यक्ति ही जीवित बचा है, जिससे मरने वालों की संख्या 265 हो गई है। यह विमान एक रिहायशी इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हुआ था और इससे पहले यह एक मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल से टकराया था, जहां कई रेजिडेंट डॉक्टर भी मौजूद थे।