झारखंड में भाजपा ने मुख्यमंत्री पर अल्पसंख्यकों के तुष्टिकरण का आरोप लगाया

भाजपा का आरोप और आंदोलन की चेतावनी
झारखंड में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की सरकार पर अल्पसंख्यकों को तुष्ट करने का आरोप लगाया है। उन्होंने गुमला में एक 'अवैध' धार्मिक संरचना के खिलाफ राज्यव्यापी आंदोलन की चेतावनी भी दी।
शनिवार को, मरांडी ने मुख्यमंत्री सोरेन को एक पत्र साझा करते हुए कहा कि गुमला की राजा कॉलोनी में तीन हफ्ते पहले रूपेश कुमार सिंह की निजी भूमि पर ईंट और बांस से बनी एक ताजिया संरचना स्थापित की गई।
उन्होंने बताया कि पुलिस में शिकायत दर्ज कराने के बावजूद प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की। पत्र में यह भी उल्लेख किया गया है कि रूपेश सिंह को 9 सितंबर को सूचित किया गया था कि एक विशेष समुदाय के लोगों ने उनके 0.71 एकड़ के पैतृक भूखंड पर अतिक्रमण कर लिया है।
विपक्ष के नेता ने पत्र में कहा, 'आरोपियों में से एक मोहम्मद आरिफ अंसारी, झारखंड मुक्ति मोर्चा का जिला सचिव है। सिंह ने अतिक्रमण और अवैध निर्माण की शिकायत की, लेकिन मामले में कोई प्रगति नहीं हुई।'
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि जिन लोगों ने सिंह को सूचित किया, उन्हें गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी गई। भाजपा नेता ने इसे भूमि जिहाद और लव जिहाद के बढ़ते मामलों से जोड़ते हुए कहा कि ऐसे कृत्य सरकारी संरक्षण में हो रहे हैं, जिससे राज्य में सांप्रदायिक विभाजन बढ़ रहा है।
उन्होंने चेतावनी दी कि यदि सरकार इस स्थिति की अनदेखी करती रही, तो भाजपा झारखंड में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन करेगी।
झामुमो की प्रतिक्रिया
भाजपा के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए झामुमो के राष्ट्रीय महासचिव और प्रवक्ता विनोद पांडे ने मरांडी पर निराधार आरोप लगाने और सांप्रदायिक राजनीति करने का आरोप लगाया।