झारखंड में पुलिस मुठभेड़ में आरोपी सूर्या हांसदा की मौत

घटना का संक्षिप्त विवरण
झारखंड में ईसीएल परियोजना से जुड़े एक मामले में आरोपी सूर्या हांसदा की पुलिस मुठभेड़ में मौत हो गई है। इस घटना की पुष्टि पुलिस अधीक्षक मुकेश कुमार ने की है।
घटना का विवरण:
10 अगस्त, रविवार को देवघर के मोहनपुर से सूर्या हांसदा को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस की टीम भेजी गई थी।
पुलिस ने उसकी निशानदेही पर ललमटिया जंगल में छिपाए गए हथियारों की खोजबीन करने का प्रयास किया।
इस दौरान सूर्या ने पुलिस के हथियार को छीनने की कोशिश की, जिसके परिणामस्वरूप मुठभेड़ शुरू हो गई।
इस क्रॉस फायरिंग में सूर्या हांसदा की जान चली गई।
आरोपी के बारे में जानकारी:
सूर्या हांसदा झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा (JLKM) के एक प्रमुख नेता थे।
उन्होंने बोरियो विधानसभा सीट से चुनाव भी लड़ा था।
हाल ही में ईसीएल परियोजना के पहाड़पुर क्षेत्र में हुई गोलीबारी में उनकी संलिप्तता का पता चला था।
साहिबगंज के क्रशर मिल में ट्रक जलाने के मामले में भी उनका नाम शामिल था।
पुलिस की कार्रवाई:
गोड्डा पुलिस अधीक्षक ने इस घटना की पुष्टि की है और 4:00 बजे एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में विस्तृत जानकारी देने का आश्वासन दिया है।
बोआरीजोर थाना क्षेत्र के जिरली समारी पहाड़ी पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है, और वहां किसी को भी जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है।
सूर्या की पत्नी सुशीला ने उनकी गिरफ्तारी की सूचना दी थी और उनकी सुरक्षा को लेकर चिंता व्यक्त की थी।
पुलिस लंबे समय से सूर्या के खिलाफ कार्रवाई कर रही थी और अब मामले की जांच जारी है।
निष्कर्ष:
यह मुठभेड़ सूर्या हांसदा की आपराधिक गतिविधियों और ईसीएल परियोजना से संबंधित गोलीबारी मामले में पुलिस की महत्वपूर्ण कार्रवाई के रूप में देखी जा रही है।