झारखंड में झोलाछाप डॉक्टर की लापरवाही से युवक की मौत

गिरिडीह में हुई दुखद घटना
झारखंड के गिरिडीह जिले में शुक्रवार की सुबह एक झोलाछाप डॉक्टर द्वारा इंजेक्शन लगाने के बाद 30 वर्षीय भैरव तिवारी की मृत्यु हो गई। पुलिस ने इस घटना की जानकारी दी है। यह घटना गावां थाना क्षेत्र के माल्डा गांव में हुई।
परिवार ने डॉक्टर के पास पहुँचाया
खोरी के अनुमंडलीय पुलिस अधिकारी (एसडीपीओ) राजेंद्र प्रसाद ने बताया कि भैरव को सीने में दर्द की शिकायत थी, जिसके चलते उनके परिवार ने उन्हें एक स्थानीय चिकित्सक हरि दास अधिकारी के पास ले जाने का निर्णय लिया।
झोलाछाप डॉक्टर की लापरवाही
हरि दास अधिकारी पिछले दस वर्षों से ग्रामीणों का इलाज कर रहा है और खुद को डॉक्टर बताता है। प्रसाद ने कहा, "आरोपी ने मरीज की जांच के बाद उसे लगातार तीन इंजेक्शन दिए, जिससे उसकी स्थिति बिगड़ गई। इसके बाद, झोलाछाप डॉक्टर ने परिवार को उसे नजदीकी सरकारी अस्पताल ले जाने के लिए कहा।"
अस्पताल में हुई मौत
तिवारी को गवां सरकारी अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। घटना के बाद, स्थानीय लोगों ने पांडेयडीह गोलचक्कर के पास सड़क जाम कर दी और झोलाछाप डॉक्टर की गिरफ्तारी तथा मृतक के परिवार को मुआवजा देने की मांग की।
पुलिस कार्रवाई
एसडीपीओ ने बताया, "शव को पोस्टमार्टम के लिए गिरिडीह सदर अस्पताल भेजा गया है। हमने परिवार से औपचारिक शिकायत दर्ज कराने के लिए कहा है और आरोपी की तलाश जारी है।"