झारखंड में ग्राम प्रधान की हत्या: पुलिस ने संदिग्धों को हिरासत में लिया

झारखंड के खूंटी जिले में ग्राम प्रधान बलराम मुंडा की हत्या की घटना ने क्षेत्र में हड़कंप मचा दिया है। शनिवार रात को हुई इस वारदात में लगभग 10-12 लोग शामिल थे, जिन्होंने बलराम पर गोली चलाई और धारदार हथियार से हमला किया। पुलिस ने कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया है और अन्य आरोपियों की तलाश जारी है। पूर्व मंत्री नीलकंठ सिंह मुंडा ने राज्य की बिगड़ती कानून-व्यवस्था पर चिंता जताई है। इस घटना के पीछे के कारणों और संदिग्धों की गिरफ्तारी की प्रक्रिया पर नजर बनाए रखना आवश्यक है।
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झारखंड में ग्राम प्रधान की हत्या: पुलिस ने संदिग्धों को हिरासत में लिया

ग्राम प्रधान की हत्या की घटना

झारखंड के खूंटी जिले में एक ग्राम प्रधान की गोली मारकर हत्या कर दी गई, जिसके बाद धारदार हथियार से भी हमला किया गया। पुलिस ने रविवार को इस घटना की जानकारी दी।


पुलिस के अनुसार, यह घटना शनिवार रात लगभग 11 बजे मारंगधा थाना क्षेत्र के कडेतुबिद गांव में हुई।


मृतक की पहचान लांडुप पंचायत के आदिवासी ग्राम प्रधान बलराम मुंडा के रूप में हुई है। खूंटी के पुलिस अधीक्षक (एसपी) मनीष टोप्पो ने बताया कि इस हत्या में लगभग 10 से 12 लोग शामिल थे।


उन्होंने आगे कहा कि कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है और पुलिस अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है। ग्रामीणों के अनुसार, करीब 12 हथियारबंद लोग बलराम के घर में घुस आए और कहासुनी के बाद उन पर गोलियां चलाईं और धारदार हथियार से उनकी हत्या कर दी।


पूर्व मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता नीलकंठ सिंह मुंडा ने कहा कि बलराम केवल ग्राम प्रधान नहीं थे, बल्कि भाजपा कार्यकर्ता और दो बार पंचायत समिति के सदस्य भी रह चुके थे। मुंडा ने यह भी कहा कि राज्य की कानून-व्यवस्था पूरी तरह से बिगड़ चुकी है।