झारखंड में 11 वर्षीय लड़की का अपहरण, पुलिस ने 12 घंटे में किया बचाव

झारखंड की राजधानी रांची में एक 11 वर्षीय लड़की का अपहरण हुआ, जिसे पुलिस ने 12 घंटे के भीतर सुरक्षित बचा लिया। अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया गया है, और पुलिस ने इस मामले में तेजी से कार्रवाई की। जानें इस घटना के बारे में और अधिक जानकारी।
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झारखंड में 11 वर्षीय लड़की का अपहरण, पुलिस ने 12 घंटे में किया बचाव

अपहरण की घटना का विवरण

बुधवार सुबह झारखंड की राजधानी रांची में एक 11 वर्षीय छात्रा का ई-रिक्शा से स्कूल जाते समय अपहरण कर लिया गया। बाद में उसे रामगढ़ जिले में सुरक्षित बचा लिया गया, जैसा कि पुलिस ने बताया।


पुलिस की त्वरित कार्रवाई

पुलिस ने जानकारी दी कि अपहरण में शामिल संदिग्धों को घटना के 12 घंटे के भीतर गिरफ्तार कर लिया गया। अपहर्ताओं ने लड़की को रांची से लगभग 60 किलोमीटर दूर कुजू थाना क्षेत्र में छोड़ दिया।


घटनास्थल और पुलिस की प्रतिक्रिया

छात्रा का अपहरण रांची के चुटिया थाना क्षेत्र के सिरमटोली इलाके से हुआ था। रांची के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक चंदन कुमार सिन्हा ने कहा कि सुबह करीब 8:45 बजे सूचना मिलने के बाद राज्य के 10 जिलों में 90 स्थानों पर व्यापक जांच अभियान शुरू किया गया।


अपहरणकर्ताओं की गिरफ्तारी

पुलिस ने बताया कि भारी पुलिस बल को देखकर अपहर्ता लड़की को छोड़कर भाग गए। स्थानीय लोगों के अनुसार, सिरमटोली फ्लाईओवर के पास कुछ युवकों ने कार से ई-रिक्शा को रोका और लड़की को जबरन अपने वाहन में डालकर ले गए।


गिरफ्तारी और बरामदगी

रांची पुलिस ने एक बयान में कहा कि अपहरण में शामिल पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें एक नाबालिग भी शामिल है। बयान में यह भी बताया गया कि अपराध में इस्तेमाल की गई कार, दो देसी पिस्तौल, दो कारतूस, दो स्मार्टफोन और 5,200 रुपये नकद बरामद किए गए हैं।


मुख्य साजिशकर्ता की पहचान

विज्ञप्ति में कहा गया कि गिरफ्तार किए गए पांच लोगों में से चार अपहरण में शामिल थे, जबकि एक व्यक्ति ने वाहन की नंबर प्लेट बदलने का काम किया। पूछताछ के दौरान अपराधियों ने स्वीकार किया कि उन्होंने फिरौती के लिए अपहरण किया था और वे लड़की को लेकर बिहार भागने की योजना बना रहे थे।


मुख्य साजिशकर्ता का नाम

पुलिस ने बताया कि मुख्य साजिशकर्ता की पहचान जिम प्रशिक्षक रुद्रांशु विश्वकर्मा के रूप में हुई है, जिसने कर्ज चुकाने के लिए अपहरण की योजना बनाई थी। अपहरण के दौरान गोली चलाने वाले व्यक्ति की पहचान ऋषभ बर्मन के रूप में हुई है।