झारखंड के युवक की सऊदी अरब में पुलिस फायरिंग में मौत

झारखंड के विजय कुमार महतो की सऊदी अरब में पुलिस और अपराधियों के बीच गोलीबारी में मौत हो गई। यह घटना तब सामने आई जब श्रम विभाग ने शव की वापसी के लिए भारतीय दूतावास से संपर्क किया। विजय ने अपनी पत्नी को अंतिम वॉइस मैसेज भेजा था, जिसमें उसने बताया कि वह गोलीबारी में फंस गया है। परिवार ने मुआवजे की मांग की है। जानें इस दुखद घटना के सभी पहलुओं के बारे में।
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झारखंड के युवक की सऊदी अरब में पुलिस फायरिंग में मौत

सऊदी अरब में भारतीय युवक की हत्या

झारखंड के युवक की सऊदी अरब में पुलिस फायरिंग में मौत

फोटो-AnwarMuloor/X

झारखंड से सऊदी अरब में काम करने गए एक व्यक्ति की इस महीने की शुरुआत में गोली मारकर हत्या कर दी गई। यह जानकारी तब मिली जब झारखंड श्रम विभाग ने शव की वापसी के लिए सऊदी अरब में भारतीय दूतावास से संपर्क किया। अधिकारियों ने बताया कि गिरिडीह के डुमरी ब्लॉक के 26 वर्षीय विजय कुमार महतो की मौत पुलिस और जबरन वसूली करने वाले गिरोह के बीच हुई गोलीबारी में हुई।

परिवार और अधिकारियों ने बताया कि विजय को गोली तब लगी जब वह स्थानीय पुलिस और अवैध शराब व्यापार में शामिल अपराधियों के बीच हुई मुठभेड़ में फंस गए थे। श्रम विभाग के अधिकारी लाकड़ा ने कहा, “हमने भारतीय दूतावास और जेद्दा पुलिस से संपर्क किया है। अब हम कानूनी प्रक्रियाएं पूरी कर शव को उसके गांव लाने की कोशिश कर रहे हैं।”


विजय का अंतिम संदेश

मौत से पहले पत्नी को भेजा वॉइस मैसेज

सामाजिक कार्यकर्ता सिकंदर अली ने बताया कि विजय पिछले नौ महीनों से एक निजी कंपनी में टावर लाइन फिटर के रूप में कार्यरत था। उन्होंने कहा, “विजय ने 16 अक्टूबर को अपनी पत्नी बसंती देवी को व्हाट्सएप पर एक वॉइस मैसेज भेजा था, जिसमें उसने बताया कि वह गोलीबारी में फंस गया है और उसे चोटें आई हैं।”

अली ने आगे बताया कि देवी ने अपने ससुराल वालों को इस घटना की जानकारी दी, लेकिन उन्हें लगा कि विजय का इलाज चल रहा है। 24 अक्टूबर को जिस कंपनी में वह काम करता था, उसने परिवार को सूचित किया कि विजय की गोलीबारी में मौत हो गई है। अली ने कहा कि उन्होंने राज्य के श्रम विभाग और गिरिडीह जिला प्रशासन से शव की वापसी और पीड़ित के परिवार के लिए मुआवजे की मांग की है।


घटना का विवरण

गोलीबारी के बीच कैसे आया विजय

महतो के बहनोई राम प्रसाद महतो ने बताया कि यह घटना 15 अक्टूबर को हुई जब विजय अपनी फैक्ट्री के पास टहल रहा था और पुलिस तथा स्थानीय जबरन वसूली करने वालों के बीच गोलीबारी में फंस गया। इस गोलीबारी के दौरान गलती से एक गोली विजय को भी लगी।