झांसी में महिला हत्या का मामला: एक जघन्य अपराध की कहानी

झांसी में रचना यादव की हत्या की घटना ने पूरे प्रदेश को हिला कर रख दिया है। एक किसान द्वारा कुएँ में मिले शव के हिस्सों ने इस जघन्य अपराध की गुत्थी को सुलझाने के लिए पुलिस को सक्रिय किया। रचना का जीवन संघर्षों से भरा था, और उसकी हत्या ने समाज में महिलाओं की सुरक्षा और घरेलू हिंसा के मुद्दों को उजागर किया। जानें इस मामले की पूरी कहानी और इसके पीछे के कारण।
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झांसी में महिला हत्या का मामला: एक जघन्य अपराध की कहानी

भयावह हत्या की घटना

झांसी में महिला हत्या का मामला: एक जघन्य अपराध की कहानी


एक चौंकाने वाली और शर्मनाक घटना ने प्रदेश की कानून व्यवस्था को हिलाकर रख दिया है। 13 तारीख को एक किसान ने अपने खेत में अजीब गंध महसूस की और कुएँ में दो बोरी देखीं। जब बोरी खोली गई, तो उसमें एक महिला के शव के हिस्से मिले—एक बोरी में कमर से नीचे और दूसरी में कमर से ऊपर का हिस्सा था। हाथ, पैर और सिर गायब थे, जिससे देखने वालों के होश उड़ गए।


मामले की पहचान और जांच

ब्लाइंड मर्डर का रहस्य:
इस मामले को “ब्लाइंड मर्डर” के रूप में नामित किया गया। SSP की देखरेख में आठ अलग-अलग टीमें बनाई गईं, जो इस जघन्य अपराध की गुत्थी सुलझाने में जुट गईं। कुएँ से अन्य हिस्से निकाले गए और बाद में नदी से सिर और अन्य अवशेष भी बरामद किए गए। पहचान करना बेहद कठिन था क्योंकि शव बुरी तरह से क्षत-विक्षत था।


मृतका की पहचान

जांच की प्रक्रिया:
पुलिस ने गांव-गांव में पोस्टर और तस्वीरें चस्पाँ कीं। कई सौ लोगों से पूछताछ की गई, 100 से अधिक ग्रामीणों से बातचीत की गई और 200 से अधिक सीसीटीवी फुटेज की जांच की गई। अंततः मृतका की पहचान रचना यादव (35) के रूप में हुई, जो मध्यप्रदेश की निवासी और विधवा थीं।


रचना यादव का जीवन

कठिनाइयों से भरा जीवन:
रचना का जीवन आसान नहीं था। वह दो बार शादीशुदा थीं और पहले पति से दो बच्चे थे। बाद में उन्होंने दूसरे पति के खिलाफ दहेज उत्पीड़न और हत्या के प्रयास की शिकायत दर्ज की। इस कानूनी लड़ाई के दौरान, एक पूर्व प्रधान—संजय पटेल—ने उनका समर्थन किया और उनके बीच नजदीकियाँ बढ़ गईं।


हत्या की वजह

शादी की मांग और हत्या:
रचना के दूसरे पति की हाल ही में मृत्यु हो गई थी। इसके बाद, उसने संजय से विवाह की मांग करना शुरू कर दिया। संजय, जो पहले से विवाहित और दो बच्चों के पिता थे, इस दबाव से परेशान हो गए। 8 तारीख को एक ड्राइव के बहाने, संजय, उसके भतीजे संदीप और एक अन्य साथी—दीपक—ने रचना को बुलाया। उसी दौरान, संजय और संदीप ने उसका गला घोंटकर हत्या कर दी। शव की पहचान मिटाने के लिए तीनों ने मिलकर उसे सात टुकड़ों में काटकर अलग-अलग स्थानों पर फेंक दिया।


गिरफ्तारी और इनाम

पुलिस की कार्रवाई:
पुलिस ने संजय और संदीप को गिरफ्तार कर लिया है। तीसरा आरोपी—दीपक—अभी फरार है, जिसके खिलाफ ₹25,000 का इनाम घोषित किया गया है। DIG, SP और SSP ने मामले को सात दिनों में सुलझाने वाली पुलिस टीम को कुल ₹90,000 का नकद इनाम भी दिया। SSP ने बताया कि तेज और मेहनती जांच ने इस जघन्य घटना का पर्दाफाश किया।


भावनात्मक और सामाजिक पहलू

समाज की चुनौतियाँ:
यह कहानी केवल एक हत्या की नहीं, बल्कि उस दबाव की कहानी है जो समाज, पारिवारिक संस्कार और महिलाओं की उम्मीदों के बीच बनता है। रचना यादव एक संघर्षशील महिला थीं; उन्होंने समाज से न्याय की उम्मीद की, लेकिन अंततः प्रेम और विश्वासघात ने उनका जीवन छीन लिया। यह घटना प्रदेश में घरेलू हिंसा और महिला सुरक्षा की चुनौतियों को उजागर करती है।