झांसी में प्रेम कहानी का दुखद अंत: महक खान की मौत पर उठे सवाल

प्रेम कहानी का दर्दनाक मोड़
उत्तर प्रदेश के झांसी से एक हिंदू-मुस्लिम प्रेम कहानी का ऐसा दुखद अंत सामने आया है, जिसने सभी को चौंका दिया है। 21 वर्षीय महक खान, जो घर से भागकर लव मैरिज करने गई थी, की लाश ससुराल में फांसी के फंदे पर लटकी हुई पाई गई। महक की मां ने उसके प्रेमी विवेक अहिरवार पर हत्या का आरोप लगाया है। इस प्रेम कहानी के पीछे क्या राज है, जिसने एक जीवन को समाप्त कर दिया?
प्यार की शुरुआत और भागने का फैसला
महक खान, जो झांसी के अलीगोल खिड़की मोहल्ले में रहती थी, का संबंध तलैया मोहल्ले के एक हिंदू परिवार से था। यहीं पर उसकी मुलाकात 24 वर्षीय विवेक अहिरवार से हुई, और दोनों के बीच गहरा प्रेम विकसित हुआ। इस प्रेम ने धर्म, परिवार और समाज की सभी सीमाओं को तोड़ दिया। 7 मार्च 2024 को, दोनों ने घर छोड़कर भागने का निर्णय लिया। भागने के बाद, महक ने अपना धर्म भी बदल लिया और अपने परिवार से अलविदा ले लिया। विवेक एक परचून की दुकान चलाता था और किराए की गाड़ियां भी चलाता था। दोनों इमलीपुरा मोहल्ले में एक किराए के मकान में खुशी से रहने लगे, लेकिन महक को यह नहीं पता था कि जिस प्रेम ने उसे सब कुछ त्यागने पर मजबूर किया, वही उसकी जान का दुश्मन बन जाएगा।
महक की मौत और विवाद
महक का शव अचानक उसके कमरे में फांसी के फंदे पर लटका मिला, जिससे पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया। ससुराल वाले इसे आत्महत्या मानते हैं, जबकि महक के परिवार वाले इसे हत्या करार दे रहे हैं। महक की मां ने विवेक पर सीधे हत्या का आरोप लगाया है। विवेक का महक के परिवार में आना-जाना पहले से था, और उनका प्रेम संबंध 2024 में घर से भागने तक पहुंच गया। पुलिस जांच में ससुराल पक्ष आत्महत्या पर अड़ा हुआ है, जबकि महक का परिवार हत्या की बात पर जोर दे रहा है।