जुकाम के कारण और इससे बचने के उपाय
जुकाम की समस्या और इसके लक्षण
जुकाम की समस्या Image Credit source: Getty Images
जैसे ही ठंड का मौसम आता है, जुकाम होने की संभावना बढ़ जाती है। इसे आमतौर पर नाक और गले में हल्के संक्रमण के रूप में देखा जाता है। इसके लक्षणों में नाक का बहना, बंद होना, बार-बार छींक आना और गले में जलन शामिल हैं। हालांकि, जुकाम आमतौर पर कुछ दिनों में ठीक हो जाता है, लेकिन नाक में सूजन और बंद होने की समस्या सबसे अधिक परेशान करती है।
जुकाम शरीर को गंभीर नुकसान नहीं पहुंचाता, लेकिन इसके लक्षण व्यक्ति की दैनिक गतिविधियों पर प्रभाव डालते हैं। जुकाम के कारण नाक से सांस लेना मुश्किल हो जाता है, बार-बार नाक पोंछनी पड़ती है और गले में दर्द या खराश बनी रहती है। लगातार छींकने से थकान महसूस होती है और सिर भारी लगने लगता है। नाक के अंदर सूजन बढ़ने से नाक की नलियां संकरी हो जाती हैं, जिससे नाक बंद महसूस होती है। इसके अलावा खांसी, आंखों से पानी आना, आवाज भारी होना और स्वाद कम होना भी इसके लक्षण हैं। बच्चे, बुजुर्ग और कमजोर इम्यूनिटी वाले लोग जुकाम से अधिक प्रभावित होते हैं।
जुकाम के कारण
जुकाम के कारण क्या हैं?
आरएमएल हॉस्पिटल के मेडिसिन विभाग के डॉ. सुभाष गिरी के अनुसार, जुकाम का मुख्य कारण वायरस है। यह वायरस हवा के माध्यम से या जुकाम से ग्रसित व्यक्ति के संपर्क में आने से फैलता है। ठंडा मौसम नाक की सतह को सूखा कर देता है, जिससे वायरस जल्दी चिपक जाते हैं और संक्रमण शुरू हो जाता है। ठंडी हवा में बाहर जाने, गर्म कपड़े न पहनने और ठंडे पेय पदार्थों का अधिक सेवन करने से भी जुकाम का खतरा बढ़ता है।
जुकाम तब भी हो सकता है जब व्यक्ति अपने हाथों को बार-बार मुंह, नाक या आंखों पर लगाता है और हाथ साफ नहीं होते। सर्दियों में नमी कम होने के कारण वायरस लंबे समय तक जीवित रहते हैं, जिससे जुकाम अधिक फैलता है। भीड़-भाड़ वाले स्थानों जैसे बाजार, बस, स्कूल या ऑफिस में संक्रमण का खतरा अधिक होता है, क्योंकि वायरस हवा में आसानी से फैलते हैं।
जुकाम से बचाव के उपाय
कैसे करें बचाव?
बाहर जाते समय नाक और कान को गर्म रखें।
हाथों को साबुन से बार-बार धोएं।
पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं।
भीड़-भाड़ वाली जगहों पर अधिक समय न बिताएं।
खांसी या छींक आने पर रुमाल से मुंह ढकें।
