जीएसटी सुधारों से आम आदमी के जीवन में आएगा सकारात्मक बदलाव

हाल ही में जीएसटी में किए गए सुधारों से आम आदमी के जीवन में महत्वपूर्ण बदलाव आने की उम्मीद है। भाजपा प्रवक्ता अमित चिमनानी ने बताया कि इन सुधारों से घर बनाना सस्ता होगा, लिटिगेशन में कमी आएगी, और जीएसटी रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया भी तेज होगी। इसके अलावा, खपत में वृद्धि और रोजगार के अवसरों में सुधार की संभावना है। जानें कैसे ये बदलाव आपके जीवन को प्रभावित करेंगे।
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जीएसटी सुधारों से आम आदमी के जीवन में आएगा सकारात्मक बदलाव

जीएसटी सुधारों का प्रभाव

रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता और अर्थशास्त्री अमित चिमनानी ने बताया कि हाल ही में लागू किए गए जीएसटी सुधारों से देश में आम नागरिकों के जीवन में महत्वपूर्ण और सकारात्मक परिवर्तन देखने को मिलेंगे। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के इस ऐतिहासिक कदम से आम आदमी की बचत में वृद्धि होगी, जिससे लगभग 6 लाख करोड़ रुपये की खपत में इजाफा होगा, और इससे देश की आर्थिक स्थिति में भी सुधार आएगा।


सस्ते घर बनाने की संभावना

चिमनानी ने भाजपा कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत करते हुए नए जीएसटी प्रावधानों के लाभों का विश्लेषण किया। उन्होंने कहा कि अब घर बनाना और चलाना अधिक सस्ता हो जाएगा। गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स को अब गुड और सिंपल टैक्स के नाम से भी जाना जाएगा।


सीमेंट और अन्य वस्तुओं पर टैक्स में कमी

उन्होंने बताया कि सीमेंट, जो घर बनाने के लिए आवश्यक है, पर टैक्स में 10 प्रतिशत की कमी से निर्माण की लागत में सीधा असर पड़ेगा। आमतौर पर, एक घर की 20 प्रतिशत लागत सीमेंट की होती है, इसलिए इस कटौती से निर्माण की लागत में 2 प्रतिशत की कमी आएगी। इसके अलावा, टीवी, रेफ्रिजरेटर और सजावटी सामान पर भी टैक्स में कमी से घर बनाने की कुल लागत में 5 से 10 प्रतिशत की कमी संभव है।


लिटिगेशन में कमी

चिमनानी ने कहा कि जीएसटी की चार दरों के बजाय अब केवल दो दरें होने से लिटिगेशन के मामलों में कमी आएगी। इससे व्यापारियों को होने वाली परेशानियों में भी कमी आएगी।


ट्रिब्यूनल की स्थापना

हर राज्य में ट्रिब्यूनल के खुलने से विवादों के निपटारे में खर्च और समय की बचत होगी। पहले, अन्य राज्यों में ट्रिब्यूनल होने के कारण खर्च अधिक और समय ज्यादा लगता था।


जीएसटी रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया

अब जीएसटी रजिस्ट्रेशन केवल 3 दिन में प्राप्त होगा, जिससे व्यापार में आसानी होगी। इससे व्यापारियों को अर्जेंट जीएसटी नंबर की आवश्यकता होने पर नुकसान नहीं होगा।


खपत में वृद्धि

भारत सरकार द्वारा किए गए इनकम टैक्स और जीएसटी के बदलावों के बाद देश में खपत लगभग 6 लाख करोड़ रुपये तक बढ़ने की संभावना है। इससे जीडीपी में वृद्धि और रोजगार के अवसरों में भी सुधार होगा।


रिफंड प्रक्रिया में तेजी

जीएसटी का रिफंड अब केवल 7 दिनों में होगा, जिससे एक्सपोर्ट सेक्टर में तेजी आएगी। इससे स्वास्थ्य, शिक्षा और कृषि के खर्चों में भी कमी आएगी। चिमनानी ने बताया कि कृषि क्षेत्र में ट्रैक्टर, ड्रिप इरिगेशन सिस्टम और अन्य मशीनों पर जीएसटी की दरों में कमी की गई है।


परिवारों की बचत

उन्होंने कहा कि यदि एक परिवार सालाना 3 लाख 50 हजार रुपये खर्च करता है, तो विभिन्न वस्तुओं पर 40 से 45 हजार रुपये की बचत होगी।


प्रेस ब्रीफ में अन्य उपस्थित

प्रेस ब्रीफ के दौरान भाजपा प्रवक्ता उज्ज्वल दीपक भी मौजूद थे।