जिग्नेश मेवाणी ने ऑपरेशन सिंदूर पर उठाए सवाल, विदेशी दबाव का लगाया आरोप

कांग्रेस नेता जिग्नेश मेवाणी ने शनिवार को ऑपरेशन सिंदूर के संघर्ष विराम पर सवाल उठाते हुए सरकार पर विदेशी दबाव का आरोप लगाया। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से पूछा कि बाकी आतंकवादियों को क्यों नहीं पकड़ा गया और इस मामले में अमेरिका के हस्तक्षेप पर भी सवाल उठाए। मेवाणी ने मोदी को चुनौती दी कि वे 15 अगस्त से पहले बाकी आतंकवादियों को पकड़ें। जानें इस मुद्दे पर उनका क्या कहना है और कांग्रेस के अन्य नेताओं की प्रतिक्रियाएँ।
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जिग्नेश मेवाणी ने ऑपरेशन सिंदूर पर उठाए सवाल, विदेशी दबाव का लगाया आरोप

कांग्रेस नेता का बयान

कांग्रेस के नेता जिग्नेश मेवाणी ने शनिवार को ऑपरेशन सिंदूर के संघर्ष विराम को लेकर सरकार पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने विदेशी दबाव का आरोप लगाते हुए इसकी शर्तों की स्पष्टता की मांग की। मेवाणी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर अमेरिकी प्रभाव में पीछे हटने का आरोप लगाया और पूछा कि अन्य आतंकवादियों को क्यों नहीं पकड़ा गया। उन्होंने एएनआई से कहा कि सरकार ने ऑपरेशन सिंदूर शुरू किए एक महीने से अधिक हो गया है और एक आतंकवादी को पकड़ने का दावा किया है। मोदी हमेशा 56 इंच के सीने का दावा करते हैं और कहते हैं कि भारत विश्व गुरु है, तो फिर बाकी चार आतंकवादी अब तक क्यों नहीं पकड़े गए? मोदी को यह स्पष्ट करना चाहिए कि संघर्ष विराम पर किन शर्तों के तहत सहमति बनी थी।


 


अमेरिका के हस्तक्षेप पर सवाल

मेवाणी ने आगे कहा कि एक समय ऐसा था जब भारत का पलड़ा भारी था, लेकिन अमेरिका ने हस्तक्षेप किया और पाकिस्तान पर दबाव डाला, जिसके बाद हमारी सरकार ने आत्मसमर्पण कर दिया। उन्होंने पूछा कि युद्ध विराम क्यों हुआ और उसकी शर्तें क्या थीं। प्रधानमंत्री को लोगों को यह बताना चाहिए। मेवाणी ने मोदी को चुनौती देते हुए कहा, "मैं मोदी को चुनौती देता हूं कि घर-घर जाकर सिंदूर बांटने के बजाय 15 अगस्त से पहले बाकी बचे चार आतंकवादियों को पकड़ लें।"


 


विदेशी प्रभाव की आलोचना

विदेशी प्रभाव की आलोचना करते हुए उन्होंने कहा, "अमेरिका लगातार स्थिति के बारे में ट्वीट कर रहा है। उनका दावा है कि अगर उन्होंने इसके लिए कहा होता तो व्यापार बंद हो जाता। ये आधिकारिक बयान हैं। तो भारत चुप क्यों है? भारत और पाकिस्तान के बीच एक मामले में अमेरिका ही शर्तें क्यों तय कर रहा है?" इससे पहले, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ऑपरेशन सिंदूर में अमेरिका द्वारा मध्यस्थता के आरोपों को लेकर भाजपा सरकार पर हमला किया था, यह कहते हुए कि प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिकी नेता के "एक आह्वान" के बाद डोनाल्ड ट्रम्प का "अनुसरण" किया। उन्होंने यह भी कहा कि तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 1971 के युद्ध में अमेरिका के सामने घुटने नहीं टेके।