जावेद अख्तर ने तालिबान मंत्री के स्वागत पर उठाए सवाल

जावेद अख्तर ने तालिबान के विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताकी के भारत दौरे के दौरान मिले स्वागत की कड़ी आलोचना की। उन्होंने इस्लामी मदरसा देवबंद पर भी सवाल उठाए, जहां मुत्ताकी का सम्मान किया गया। अख्तर ने कहा कि यह शर्मनाक है कि ऐसे व्यक्ति का स्वागत किया जा रहा है, जो लड़कियों की शिक्षा पर प्रतिबंध लगाता है। उनकी टिप्पणियों पर लोगों ने तीखी प्रतिक्रियाएँ दीं। जानें पूरी कहानी में क्या हुआ।
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जावेद अख्तर ने तालिबान मंत्री के स्वागत पर उठाए सवाल

जावेद अख्तर की तीखी प्रतिक्रिया

प्रसिद्ध पटकथा लेखक और गीतकार जावेद अख्तर ने अफगान तालिबान के विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताकी के भारत दौरे के दौरान मिले गर्मजोशी भरे स्वागत की कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा कि इस पर मेरा सिर शर्म से झुक गया है। यह यात्रा 2021 में अफगानिस्तान पर तालिबान के फिर से कब्ज़ा करने के बाद किसी तालिबान नेता की पहली भारत यात्रा है। अख्तर ने सोमवार को सोशल मीडिया पर लिखा कि जब मैं देखता हूं कि दुनिया के सबसे खतरनाक आतंकवादी समूह के प्रतिनिधि को सम्मानित किया जा रहा है, तो मुझे शर्म आती है।


देवबंद मदरसे पर भी सवाल

जावेद अख्तर ने उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में स्थित दारुल उलूम देवबंद पर भी निशाना साधा, जिसने मुत्ताकी का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि देवबंद को भी शर्म आनी चाहिए कि उसने ऐसे 'इस्लामी नायक' का सम्मान किया है, जो लड़कियों की शिक्षा पर प्रतिबंध लगाने वाले हैं। अख्तर ने अपने भारतीय भाइयों और बहनों से सवाल किया कि हमारे साथ क्या हो रहा है? उनकी पोस्ट पर लोगों ने तीखी प्रतिक्रियाएँ दीं और तालिबान मंत्री के स्वागत को शर्मनाक बताया।


मुत्ताकी का देवबंद दौरा

आमिर खान मुत्ताकी ने अपनी छह दिवसीय भारत यात्रा के दौरान शनिवार को दारुल उलूम देवबंद का दौरा किया। इस दौरान, उन्होंने रेक्टर मौलाना मुफ़्ती अबुल क़ासिम नोमानी के अधीन हदीस का अध्ययन किया। उन्हें हदीस पढ़ाने की अनुमति मिली, जिसके लिए रेक्टर ने उन्हें हदीस सनद (प्राधिकरण का प्रमाण पत्र) प्रदान किया। इसके बाद, मुत्ताकी को इस प्रतिष्ठित इस्लामी संस्थान से 'क़समी' उपाधि धारण करने का अधिकार भी मिला।