जालौन में गलत मरीज का ऑपरेशन: दो डॉक्टर और तीन नर्स निलंबित

उत्तर प्रदेश के जालौन में एक मरीज के साथ हुई चौंकाने वाली घटना में उसे गलत तरीके से ऑपरेशन थियेटर में ले जाया गया। मरीज ने भागकर अपनी जान बचाई। इस मामले में दो डॉक्टर और तीन नर्स को निलंबित किया गया है। जानें इस घटना के पीछे की पूरी कहानी और मेडिकल कॉलेज की प्रतिक्रिया।
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जालौन में गलत मरीज का ऑपरेशन: दो डॉक्टर और तीन नर्स निलंबित

जालौन में चौंकाने वाला मामला

जालौन में गलत मरीज का ऑपरेशन: दो डॉक्टर और तीन नर्स निलंबित


उत्तर प्रदेश के जालौन स्थित राजकीय मेडिकल कॉलेज से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। एक मरीज ने आरोप लगाया है कि उसका जबरन ऑपरेशन करने का प्रयास किया गया। मरीज को आंतों में सूजन की समस्या थी और उसे अस्पताल में दो दिन के लिए भर्ती किया गया था।


मरीज ने बताया कि दो दिन बाद अचानक उसे ऑपरेशन थियेटर में ले जाया गया। वहां ऑपरेशन की तैयारी शुरू हो गई, लेकिन वह वहां से भागने में सफल रहा और सीधे डॉक्टर के पास पहुंचा। मरीज का कहना है कि यदि वह समय पर नहीं भागता, तो उसका ऑपरेशन कर दिया जाता।


ब्रजेश चौधरी की कहानी


यह मामला जालौन के माधौगढ़ कोतवाली क्षेत्र के डिकौली गांव से संबंधित है। ब्रजेश चौधरी, जो पेट में दर्द के कारण अस्पताल पहुंचे थे, को डॉक्टर ने ओपीडी में देखने के बाद भर्ती किया। जांच में पता चला कि उनकी आंतों में सूजन है। डॉक्टर ने कहा कि उन्हें दो दिन में आराम मिल जाएगा और बुधवार को छुट्टी दे दी जाएगी।


हालांकि, बुधवार की सुबह दो वार्डबॉय उन्हें ऑपरेशन थिएटर में ले गए। मरीज ने बताया कि वहां ऑपरेशन की तैयारी शुरू हो गई थी। उन्हें ऑपरेशन के कपड़े पहनाए गए और शरीर पर गोले भी बनाए गए। जब उन्होंने पूछा कि क्या हो रहा है, तो उन्हें चुप रहने के लिए कहा गया।


जब ब्रजेश ने ऑपरेशन का विरोध किया, तो उन्हें डांट दिया गया। डर के मारे, वह वहां से भागने में सफल रहे। बाद में पता चला कि वार्डबॉय ने गलती से उन्हें गलत मरीज समझ लिया था। असल में, वहां एक और मरीज था, जिसकी आंत में गांठ थी।


इस घटना के बाद, राजकीय मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य अरविंद चतुर्वेदी ने मामले की जांच की बात कही है। उन्होंने कहा कि यह स्टाफ की लापरवाही का परिणाम है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।