जापान के प्रधानमंत्री शिगेरू इशिबा ने पद से दिया इस्तीफा

जापान के प्रधानमंत्री शिगेरू इशिबा ने संसद के ऊपरी सदन में बहुमत खोने के बाद अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। यह कदम 1955 के बाद पहली बार एक गठबंधन सरकार के अल्पमत में जाने के कारण उठाया गया। इशिबा ने पहले भी राजनीतिक गतिरोध से बचने का प्रयास किया था, लेकिन अंततः उन्हें इस्तीफा देना पड़ा। जानें इस राजनीतिक संकट के पीछे की पूरी कहानी और इसके संभावित प्रभाव।
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जापान के प्रधानमंत्री शिगेरू इशिबा ने पद से दिया इस्तीफा

प्रधानमंत्री का इस्तीफा

जापानी राजनीति में एक बड़ा बदलाव आया है, जब प्रधानमंत्री शिगेरू इशिबा ने अपने पद से इस्तीफा देने का निर्णय लिया। यह कदम उस समय उठाया गया जब सत्तारूढ़ गठबंधन संसद के ऊपरी सदन में बहुमत हासिल करने में असफल रहा। 1955 के बाद पहली बार, एक गठबंधन सरकार दोनों सदनों में अल्पमत में चली गई है। इस असामान्य स्थिति के बढ़ते दबाव ने अंततः इशिबा को इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया।


चुनावी हार का प्रभाव

जुलाई में, इशिबा को संसद के ऊपरी सदन में एक महत्वपूर्ण चुनावी हार का सामना करना पड़ा, जब उनके गठबंधन ने बहुमत प्राप्त नहीं किया। पिछले वर्ष, उनके दल ने निचले सदन में भी बहुमत नहीं हासिल किया था। क्योदो न्यूज के अनुसार, इस बड़े झटके के बावजूद, जिसने उनके सत्तारूढ़ गठबंधन को दोनों सदनों में बहुमत से वंचित कर दिया, इशिबा ने यह वादा किया कि वह देश के प्रधानमंत्री के रूप में पद पर बने रहेंगे ताकि 'राजनीतिक गतिरोध' से बचा जा सके।


राजनीतिक संकट का सामना

लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी (LDP) के नेता इशिबा ने 'राजनीतिक गतिरोध' से बचने और उस समय नेतृत्व बनाए रखने का निर्णय लिया, जब उन्होंने इसे 'राष्ट्रीय संकट' के रूप में वर्णित किया। परिवारों को बढ़ती लागत और अमेरिका के संभावित टैरिफ के कारण कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। इशिबा ने परिणाम के लिए अपनी 'भारी जिम्मेदारी' को स्वीकार किया, लेकिन उन्होंने इस्तीफा देने से इनकार कर दिया और जनता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता पर जोर दिया।