जांच समिति का गठन: यूपी स्वास्थ्य केंद्र में मोबाइल की रोशनी में जन्मे बच्चे

बलिया के एक सरकारी स्वास्थ्य केंद्र में चार महिलाओं ने मोबाइल की रोशनी में बच्चों को जन्म दिया, जिसके बाद CMO ने एक जांच समिति का गठन किया है। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि ट्रांसफार्मर खराब था, जबकि जनरेटर उपलब्ध था। CMO ने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया है। जानें इस मामले की पूरी जानकारी।
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जांच समिति का गठन: यूपी स्वास्थ्य केंद्र में मोबाइल की रोशनी में जन्मे बच्चे

जांच समिति का गठन

बलिया के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) ने मीडिया रिपोर्टों के आधार पर एक समिति का गठन किया है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि चार महिलाओं ने सरकारी स्वास्थ्य केंद्र बेउरबारी में मोबाइल फोन की रोशनी में बच्चों को जन्म दिया।


तीन सदस्यीय समिति का गठन

CMO ने इस घटना की जांच के लिए उप CMO की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय समिति का गठन किया है।


घटना की जानकारी

CMO डॉ. संजीव बर्मन ने बताया कि उन्हें 26 मई को मीडिया रिपोर्टों के माध्यम से इस घटना की जानकारी मिली।


ट्रांसफार्मर की खराबी

डॉ. बर्मन ने कहा, "प्रारंभिक जांच से पता चला है कि यह घटना इसलिए हुई क्योंकि बेउरबारी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का ट्रांसफार्मर तीन दिन पहले खराब हो गया था। हालांकि, स्वास्थ्य केंद्र में जनरेटर और डीजल उपलब्ध थे।"


कड़ी कार्रवाई का आश्वासन

CMO ने कहा कि जांच में दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।