जसप्रीत बुमराह का इंग्लैंड दौरे पर उत्साह और चुनौतियाँ

जसप्रीत बुमराह ने इंग्लैंड दौरे की तैयारी के बारे में अपने विचार साझा किए हैं। उन्होंने गेंदबाजी की चुनौतियों, बैजबॉल क्रिकेट की शैली और अपने शरीर को तरोताजा रखने के लिए मैचों के चयन पर चर्चा की। बुमराह ने कहा कि वह खेल का आनंद लेने की कोशिश कर रहे हैं और अपने जुनून को बनाए रखना चाहते हैं। जानें उनके अनुभव और आगामी टेस्ट सीरीज के बारे में।
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जसप्रीत बुमराह का इंग्लैंड दौरे पर उत्साह और चुनौतियाँ

इंग्लैंड दौरे की तैयारी

भारतीय क्रिकेट टीम जून में इंग्लैंड का दौरा करेगी, जहां दोनों देशों के बीच पांच टेस्ट मैचों की श्रृंखला आयोजित होगी। यह दौरा रोहित शर्मा और विराट कोहली के क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद टीम इंडिया का पहला दौरा होगा। इस दौरे को लेकर जसप्रीत बुमराह काफी उत्साहित हैं।


वार्मअप मैच और पहला टेस्ट

शुभमन गिल की कप्तानी में टीम इंडिया 13 जून से वार्मअप मैच खेलेगी, जबकि पहला टेस्ट मैच 20 जून को लीड्स में होगा। जसप्रीत बुमराह ने इंग्लैंड में गेंदबाजी की चुनौतियों पर अपने विचार साझा किए और कहा कि वहां गेंद के मुलायम होने पर सबसे बड़ी समस्या होती है।


बुमराह की गेंदबाजी शैली

जसप्रीत बुमराह ने ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान माइकल क्लार्क के यूट्यूब चैनल पर कहा कि इंग्लैंड में खेलना हमेशा एक अलग चुनौती होती है। उन्होंने कहा कि उन्हें ड्यूक बॉल से गेंदबाजी करना पसंद है, लेकिन गेंद में लगातार बदलाव होते रहते हैं। मौसम और स्विंगिंग परिस्थितियाँ समान रहती हैं, और जब गेंद मुलायम हो जाती है, तो यह चुनौती बढ़ जाती है।


आगामी टेस्ट सीरीज का अनुभव

यह आगामी टेस्ट सीरीज बुमराह की इंग्लैंड में तीसरी श्रृंखला होगी, जहां उन्होंने आठ मैचों में 23.78 की औसत और 51.9 के स्ट्राइक रेट से 37 विकेट लिए हैं। उन्होंने अपने साथी तेज गेंदबाजों की क्षमता पर भी विश्वास जताया, खासकर जब इंग्लैंड जैसी टीम आक्रामक खेलती है।


बैजबॉल क्रिकेट पर बुमराह की राय

बुमराह ने इंग्लैंड की बैजबॉल शैली के बारे में कहा कि यह दिलचस्प है, लेकिन वह इसे पूरी तरह से नहीं समझते। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि जब बल्लेबाज आक्रामक होते हैं, तो गेंदबाजी यूनिट को आत्मविश्वास मिलता है।


क्रिकेट के तीनों प्रारूपों में खेलना

जसप्रीत बुमराह ने कहा कि वह क्रिकेट के सभी तीन प्रारूपों में खेलना चाहते हैं, लेकिन अपने शरीर को तरोताजा रखने के लिए मैचों का चयन करेंगे। उन्होंने कहा कि लंबे समय तक हर प्रारूप खेलना मुश्किल है और उन्हें अपने शरीर की स्थिति को समझना होगा।


लक्ष्य और जुनून

बुमराह ने कहा कि वह कभी भी कुछ नहीं छोड़ना चाहते और हमेशा आगे बढ़ते रहना चाहते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि वह लक्ष्य निर्धारित नहीं करते क्योंकि जब भी उन्होंने ऐसा किया, वे उन्हें पूरा नहीं कर पाए। उन्होंने कहा कि जब उन्हें लगेगा कि उनका जुनून कम हो रहा है, तब वह इस पर विचार करेंगे।


खेल का आनंद

जसप्रीत बुमराह ने कहा कि वह खेल का आनंद लेने की कोशिश कर रहे हैं, क्योंकि यही कारण है कि उन्होंने क्रिकेट खेलना शुरू किया था। उन्होंने कहा कि खेल के अंत में वह उन यादों को संजोएंगे।