जयपुर से जिनेवा तक: रंजीत सिंह राज की प्रेरणादायक यात्रा

रंजीत सिंह राज की कहानी एक प्रेरणादायक यात्रा है, जो जयपुर से जिनेवा तक फैली हुई है। उन्होंने अपने संघर्षों और दृढ़ संकल्प के साथ न केवल अपने जीवन को बदला, बल्कि अपने सपनों को भी साकार किया। जानें कैसे उन्होंने ऑटोरिक्शा चलाने से लेकर एक सफल यूट्यूबर बनने तक का सफर तय किया। यह कहानी हमें सिखाती है कि कठिनाइयों के बावजूद, मेहनत और लगन से हर कोई अपने सपनों को पूरा कर सकता है।
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जयपुर से जिनेवा तक: रंजीत सिंह राज की प्रेरणादायक यात्रा

एक अद्भुत सफर की कहानी

जयपुर से जिनेवा तक: रंजीत सिंह राज की प्रेरणादायक यात्रा


फिल्मों में अक्सर देखा जाता है कि नायक अपनी प्रेमिका के पीछे कैसे दूर-दूर तक चला जाता है। लेकिन यह कहानी किसी फिल्म की नहीं, बल्कि जयपुर के रंजीत सिंह राज की है, जिन्होंने अपने दृढ़ संकल्प के साथ जयपुर से जिनेवा तक का सफर तय किया है।


रिपोर्ट के अनुसार, रंजीत ने अपने बचपन में कई सामाजिक पूर्वाग्रहों का सामना किया। वह एक गरीब परिवार से आते हैं और उनके रंग के कारण उन्हें ताने सुनने को मिलते थे। हालांकि, आज जब वह अपने जीवन की उपलब्धियों को देखते हैं, तो उन अनुभवों को याद करते हैं।


जयपुर की गलियों में भटकने वाले रंजीत अब स्विट्जरलैंड के जिनेवा में रह रहे हैं। वह वहां एक रेस्तरां में काम करते हैं और उनका सपना अपना खुद का रेस्तरां खोलना है। इसके साथ ही, वह एक यूट्यूब चैनल भी चलाते हैं, जहां वह विभिन्न स्थानों की जानकारी साझा करते हैं।


रंजीत की मेहनत और संघर्ष

जयपुर से जिनेवा तक: रंजीत सिंह राज की प्रेरणादायक यात्रा


रंजीत ने 16 साल की उम्र में ऑटोरिक्शा चलाना शुरू किया और कई वर्षों तक यह काम किया। 2008 में, जब अन्य ऑटो ड्राइवर अंग्रेजी, फ्रेंच और स्पेनिश बोलते थे, तब रंजीत ने भी अंग्रेजी सीखने का प्रयास किया। उन्होंने एक टूरिस्ट बिजनेस शुरू किया, जिसमें वह विदेशी पर्यटकों को राजस्थान की सैर कराते थे। इसी दौरान उनकी मुलाकात एक विदेशी महिला से हुई, जिससे उन्होंने बाद में शादी कर ली।


जयपुर से जिनेवा तक: रंजीत सिंह राज की प्रेरणादायक यात्रा


रंजीत ने उस महिला को जयपुर घुमाया और दोनों के बीच प्यार हो गया। जब वह महिला फ्रांस वापस गई, तो दोनों ने स्काइप के जरिए संपर्क बनाए रखा। रंजीत ने फ्रांस जाने की कई बार कोशिश की, लेकिन हर बार उनका वीजा अस्वीकृत हो गया। अंततः, उनकी प्रेमिका के अगले दौरे पर, दोनों ने फ्रेंच एंबेसी के बाहर धरना दिया, जिसके बाद उन्हें तीन महीने का टूरिस्ट वीजा मिला।


जीवन में बदलाव और सफलता

2014 में, रंजीत और उनकी पत्नी ने शादी कर ली और उनके एक बच्चा भी है। रंजीत ने लॉन्ग टर्म वीजा के लिए आवेदन किया, जिसके लिए उन्हें फ्रेंच सीखने की सलाह दी गई। उन्होंने एक क्लास में भाग लिया और फ्रेंच सीख लिया। आज वह जिनेवा में रहते हैं और अपने यूट्यूब चैनल के माध्यम से यात्रा के अनुभव साझा करते हैं।


उनका मानना है कि यात्रा से बहुत कुछ सीखा जा सकता है। यह कहानी हमें यह सिखाती है कि जीवन में हर किसी के लिए एक टर्निंग पॉइंट होता है। चाहे समस्याएं कितनी भी बड़ी हों, व्यक्ति को कभी हार नहीं माननी चाहिए। रंजीत ने यही किया और समय ने उनके लिए सकारात्मक बदलाव लाया।