जयपुर में सफाईकर्मियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल, प्रमुख मांगों पर वार्ता विफल

जयपुर में सफाईकर्मियों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल का ऐलान किया है, जिससे शहर की सफाई व्यवस्था प्रभावित होगी। उनकी प्रमुख मांगों में मोबाइल एप आधारित हाजिरी प्रणाली का अंत, ठेकेदारी प्रथा का समाप्ति और लंबित भर्ती प्रक्रिया का आरंभ शामिल हैं। संघ के अध्यक्ष नंदकिशोर डंडोरिया का आमरण अनशन जारी है, जबकि नगर निगम प्रशासन ने कुछ मांगों पर सहमति जताई है। जानें इस मुद्दे पर और क्या हो रहा है और प्रशासन की क्या प्रतिक्रिया है।
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जयपुर में सफाईकर्मियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल, प्रमुख मांगों पर वार्ता विफल

जयपुर में सफाईकर्मियों की हड़ताल

राजधानी जयपुर में सफाईकर्मियों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल का ऐलान किया है। मंगलवार को शाम की सफाई व्यवस्था पर इसका असर पड़ा। बुधवार से शहर की सड़कों पर सफाईकर्मी नहीं दिखाई देंगे, जिससे घर-घर कचरा संग्रहण भी प्रभावित होगा। हालांकि, सफाईकर्मियों का एक समूह अपने कार्य को जारी रखेगा।


बैठक और हड़ताल का निर्णय

मंगलवार को नगर निगम मुख्यालय में संयुक्त वाल्मीकि एवं सफाई श्रमिक संघ की बैठक हुई। सफाईकर्मियों की भर्ती और अन्य प्रमुख मांगों पर सहमति न बनने के कारण हड़ताल का निर्णय लिया गया। शहरभर से सफाईकर्मियों ने आम सभा में भाग लिया, जहां अधिकारियों के प्रतिनिधिमंडल ने बातचीत की, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला।


अनशन और मंत्री की बैठक

संघ के अध्यक्ष नंदकिशोर डंडोरिया का आमरण अनशन पांचवें दिन भी जारी है। नगरीय विकास एवं स्वायत्त शासन मंत्री झाबर सिंह खर्रा बुधवार को निगम अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे, जिसमें भर्ती प्रक्रिया और अन्य मांगों पर चर्चा की जाएगी।


मांगों पर सहमति

निगम प्रशासन ने एक कमेटी का गठन किया है, जिसमें उपायुक्त पुष्पेंद्र सिंह राठौड़, ओम थानवी, अपर्णा शर्मा, कविता चौधरी और रेखा मीणा शामिल हैं। संघ के साथ वार्ता में मोबाइल एप से हाजिरी लगाने के निर्णय को स्थगित करने का फैसला लिया गया है। सफाईकर्मियों की भर्ती, कोर्ट केस के मामलों में नियुक्ति, वरिष्ठता के आधार पर पदोन्नति और स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति के लिए राज्य सरकार को पत्र लिखा जाएगा। हालांकि, संघ के पदाधिकारियों का कहना है कि हड़ताल जारी रहेगी।


सफाई कर्मचारियों की प्रमुख मांगें

- मोबाइल एप आधारित हाजिरी प्रणाली को तुरंत समाप्त किया जाए
- ठेकेदारी प्रथा समाप्त की जाए
- लंबित सफाई भर्ती प्रक्रिया शुरू की जाए
- गंभीर बीमारी/मृतक कर्मचारियों के आश्रितों को तुरंत नियुक्ति दी जाए
- 4 अगस्त 2024 कोर्ट समझौते के पात्र कर्मचारियों को नियुक्ति-पत्र जारी किया जाए
- जमादार से मुख्य स्वास्थ्य निरीक्षक तक पदोन्नति प्रक्रिया शुरू की जाए
- दफ्तरों में बैठे कर्मचारियों को मूल सफाई कार्य में लगाया जाए
- जोखिम भत्ता बढ़ाया जाए


संघ की स्थिति

पिछले एक महीने से लगातार मांगों को लेकर अधिकारियों को अवगत कराया गया है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही। ज्ञापन भी सौंपे गए हैं, जिसके बाद मजबूरी में कार्य बहिष्कार का निर्णय लिया गया। मांगें पूरी होने तक हड़ताल जारी रहेगी।
- नंदकिशोर डंडोरिया, अध्यक्ष, संयुक्त वाल्मीकि एवं सफाई श्रमिक संघ


प्रशासन की प्रतिक्रिया

संघ की ओर से निगम प्रशासन पर अनावश्यक दबाव बनाया जा रहा है। कई मांगों पर सहमति बन चुकी है और सफाईकर्मियों के हित बाधित नहीं हो रहे हैं। कुछ लोग अपनी राजनीति और स्वार्थ के लिए माहौल बिगाड़ रहे हैं।
- पवन चौधरी, सफाई कर्मचारी नेता


आयुक्त का बयान

निगम स्तर के कई प्रकरणों का निस्तारण किया जा रहा है। संघ पदाधिकारियों के साथ लगातार बातचीत हो रही है। कुछ मांगों का समाधान स्वायत्त शासन विभाग स्तर पर होना है, जिसकी जानकारी दे दी गई है। उम्मीद है कि हड़ताल जल्द समाप्त होगी।
- गौरव सैनी, आयुक्त, नगर निगम जयपुर