जयपुर में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने करवा चौथ का पर्व मनाया

जयपुर में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने करवा चौथ का पर्व अपनी पत्नी के साथ मनाया, जिसमें उन्होंने विधिपूर्वक पूजा की और व्रत खोला। यह पर्व प्रेम, विश्वास और समर्पण का प्रतीक है। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर सभी माताओं और बहनों के लिए सुख और समृद्धि की कामना की। जानें इस पर्व का महत्व और मुख्यमंत्री का संदेश।
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जयपुर में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने करवा चौथ का पर्व मनाया

मुख्यमंत्री का करवा चौथ उत्सव

जयपुर में करवा चौथ का पर्व हमारी सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक है, जो प्रेम, विश्वास और समर्पण की गहरी भावना से जुड़ा हुआ है। आज मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने अपनी पत्नी के साथ इस पर्व को विधिपूर्वक मनाया, जो न केवल उनके व्यक्तिगत आस्था को दर्शाता है, बल्कि प्रदेश के लोगों के लिए एक सकारात्मक संदेश भी है.


जयपुर में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने करवा चौथ का पर्व मनाया


मुख्यमंत्री और उनकी पत्नी ने पारंपरिक रीति-रिवाजों के अनुसार पूजा की। इस दौरान दीप जलाए गए और उपवास के नियमों का पालन करते हुए व्रत को पूरा किया गया। चंद्रमा के उदय होने पर विधिपूर्वक पूजा की गई और छलनी से चंद्रमा और पति का चेहरा देखकर व्रत की प्रक्रिया संपन्न की गई.


पूजा के बाद, मुख्यमंत्री ने प्रेम और सम्मान के साथ अपनी पत्नी को जल पिलाकर व्रत खोला। यह क्षण उनके वैवाहिक जीवन में प्रेम और समर्पण का प्रतीक था.


इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि करवा चौथ हमारी संस्कृति की एक महत्वपूर्ण परंपरा है, जो जीवन में प्रेम और समर्पण को बढ़ावा देती है। उन्होंने ईश्वर से प्रार्थना की कि यह पर्व सभी माताओं और बहनों के जीवन में सुख, समृद्धि और सौभाग्य लाए.


मुख्यमंत्री का यह कदम न केवल पारिवारिक मूल्यों को दर्शाता है, बल्कि यह जनता के लिए प्रेरणा भी है कि व्यस्तता के बावजूद हमें अपनी जड़ों और परंपराओं को नहीं भूलना चाहिए। उन्होंने सभी माताओं और बहनों से समाज में प्रेम और समर्पण का संदेश फैलाने की अपील की.