जयपुर में मस्जिद के बाहर हिंसा, पुलिस ने की आंसू गैस का इस्तेमाल

जयपुर के चोमू कस्बे में एक मस्जिद के बाहर पत्थर हटाने के प्रयास के दौरान हिंसा भड़क गई, जिसके बाद पुलिस ने आंसू गैस का इस्तेमाल किया। इस घटना में कई पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। अधिकारियों ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त बल तैनात किया है और इलाके में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं अस्थायी रूप से निलंबित कर दी गई हैं। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है।
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जयपुर में मस्जिद के बाहर हिंसा, पुलिस ने की आंसू गैस का इस्तेमाल

जयपुर में हिंसा की घटना

जयपुर के चोमू कस्बे में शुक्रवार की सुबह एक मस्जिद के बाहर पत्थर हटाने के प्रयास के दौरान हिंसा भड़क उठी। इस स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अधिकारियों को आंसू गैस के गोले दागने पड़े। अधिकारियों के अनुसार, वे कलांदरी मस्जिद के पास से पत्थर हटाने का प्रयास कर रहे थे, तभी वहां भीड़ इकट्ठा हो गई और उन पर पत्थर फेंकने लगी।


घटनास्थल पर स्थिति


यह घटना सुबह लगभग 3 बजे हुई, जिसमें कई पुलिसकर्मी घायल हुए। पुलिस ने एक बयान में कहा कि वे स्थानीय निवासियों की सहमति से पत्थर हटाने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन अचानक भीड़ ने उन पर हमला कर दिया। हालांकि, अब स्थिति नियंत्रण में है।


पुलिस की कार्रवाई


पुलिस ने क्षेत्र में अतिरिक्त बल तैनात किया है और 27 दिसंबर को सुबह 7 बजे तक मोबाइल इंटरनेट और SMS सेवाओं को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया है। इस बीच, सुबह की झड़पों के बाद इलाके में सभी दुकानें बंद रहीं।


वरिष्ठ अधिकारियों का दौरा

वरिष्ठ अधिकारियों ने प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया

अतिरिक्त पुलिस कमिश्नर डॉ. राजीव पचार, डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस (पश्चिम) हनुमान प्रसाद मीणा और अतिरिक्त DCP राजेश गुप्ता सहित वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने क्षेत्र का दौरा किया और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की। उन्होंने कहा कि पुलिस पर पत्थर फेंकने वालों और हिंसा में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।


अतिक्रमण विवाद


एक मीडिया चैनल से बात करते हुए मीणा ने कहा, "यहां एक कलांदरी मस्जिद है, जहां लंबे समय से अतिक्रमण को लेकर विवाद चल रहा था। एक पक्ष ने स्वेच्छा से अतिक्रमण हटा लिया था, लेकिन कुछ लोगों ने लोहे के एंगल लगाकर इसे स्थायी रूप से फिर से स्थापित करने की कोशिश की।"

उन्होंने आगे कहा, "जब हम इन ढांचों को हटा रहे थे, तभी कुछ लोगों ने पुलिस पर पत्थर फेंके। हम इसमें शामिल सभी लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे। फिलहाल इलाके में शांति है।"