जयपुर में भयानक सड़क हादसा: 14 लोगों की मौत, 12 घायल

जयपुर के हरमाड़ा थाना क्षेत्र में एक भयानक सड़क हादसे में 14 लोगों की जान चली गई, जबकि 12 अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। यह दुर्घटना एक डंपर के ब्रेक फेल होने के कारण हुई, जिसने एक कार और कई बाइक सवारों को टक्कर मारी। राहत कार्य जारी है, और मुख्यमंत्री ने घायलों को अस्पताल पहुंचाने के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाने के निर्देश दिए हैं। इस घटना ने पूरे क्षेत्र में हड़कंप मचा दिया है।
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जयपुर में भयानक सड़क हादसा: 14 लोगों की मौत, 12 घायल

जयपुर में सड़क दुर्घटना का विवरण

जयपुर में भयानक सड़क हादसा: 14 लोगों की मौत, 12 घायल

राजस्थान की राजधानी जयपुर में हरमाड़ा थाना क्षेत्र के लोहा मंडी रोड पर सोमवार दोपहर को एक गंभीर सड़क दुर्घटना हुई। ब्रेक फेल होने के कारण एक डंपर ने पहले एक कार को टक्कर मारी, फिर पलटकर तीन अन्य वाहनों और 15-20 बाइक सवारों पर गिर गया। इस हादसे में 14 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 12 लोग गंभीर रूप से घायल हैं, जिनमें से 7 की हालत नाजुक बताई जा रही है।

अभी भी कुछ लोग मलबे में फंसे हुए हैं। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने घटना की जानकारी मिलते ही डिप्टी सीएम प्रेमचंद बैरवा को घायलों को SMS अस्पताल पहुंचाने के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाने के निर्देश दिए। राहत कार्य में पुलिस, SDRF और मेडिकल टीमें जुटी हुई हैं।

सुबह लगभग 8 बजे लोहा मंडी रोड पर एक लोहे से भरा डंपर (RJ-14-GA-XXXX) तेज गति से आ रहा था। ड्राइवर ने ब्रेक लगाने की कोशिश की, लेकिन ब्रेक फेल हो गए, जिससे डंपर ने एक स्विफ्ट कार को टक्कर मारी, जिसमें 5 लोग सवार थे। कार पूरी तरह से चकनाचूर हो गई और डंपर ने तीन अन्य वाहनों, दो कारों और एक ऑटो पर गिरकर एक चेन रिएक्शन उत्पन्न किया। इस घटना में 10 से अधिक गाड़ियां आपस में टकरा गईं, जिससे सड़क पर बाइक सवार और पैदल यात्री भी प्रभावित हुए।

डंपर के पलटने के साथ ही चीखें सुनाई दीं। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, लोहे की छड़ें चारों ओर बिखर गईं और कई बाइक सवार दब गए। मृतकों में कार सवार तीन लोग, जिनमें दो महिलाएं भी शामिल हैं, और चार बाइक सवार शामिल हैं। घायलों में अधिकांश राहगीर और मजदूर हैं। हरमाड़ा थाना पुलिस ने तुरंत क्रेन, एंबुलेंस और कटर मशीन को बुलाया। एसपी जयपुर अनिल कुमार और कलेक्टर गौरव अग्रवाल भी मौके पर पहुंचे। ट्रैफिक को डायवर्ट कर मुख्य सड़कें बंद कर दी गईं।

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने घटना की गंभीरता को देखते हुए सभी संबंधित विभागों को अलर्ट कर दिया है। घायलों को SMS अस्पताल तक पहुंचाने के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जनहानि को कम करने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। डिप्टी सीएम प्रेमचंद बैरवा भी मौके पर पहुंचे।

अब तक 10 शव निकाले जा चुके हैं, जिन्हें SMS अस्पताल की मोर्चरी में भेजा गया है। घायलों को ट्रॉमा सेंटर में भर्ती किया गया है, जहां 5 की हालत गंभीर है। पुलिस ने डंपर के ड्राइवर को हिरासत में लिया है। प्रारंभिक जांच में ओवरलोडिंग और ब्रेक फेल को मुख्य कारण माना जा रहा है। मामले की जांच जारी है।

सरकार ने इस हादसे में 13 लोगों की मौत की पुष्टि की है, जबकि 10 लोग घायल हैं। इनमें से 4 को मामूली चोटें आई हैं और वे कांवटिया व सीएसके अस्पताल में इलाज ले रहे हैं। गंभीर घायलों को SMS अस्पताल में भर्ती कराया गया है। ग्रीन कॉरिडोर के कारण तीन की स्थिति अब स्थिर है, जबकि तीन की हालत चिंताजनक बनी हुई है। मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर, झाबर सिंह खर्रा, सुमित गोदारा और सुरेश रावत भी मौके पर मौजूद रहे। सरकार ने मृतकों और घायलों को उचित मुआवजा देने की घोषणा की है।

इस भीषण सड़क हादसे में अब तक 14 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 12 लोग घायल हैं। गंभीर घायलों को ग्रीन कॉरिडोर के माध्यम से SMS अस्पताल पहुंचाया गया है, जहां डॉक्टरों की विशेष टीम इलाज में जुटी है। मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर, झाबर सिंह खर्रा और सुमित गोदारा सहित कई नेता मौके पर पहुंचे हैं। सरकार ने मृतकों और घायलों के लिए मुआवजे की घोषणा की है।