जयपुर में अवैध कॉलोनियों का ध्वस्तीकरण: विकास प्राधिकरण की कार्रवाई

जयपुर विकास प्राधिकरण ने हाल ही में अवैध कॉलोनियों के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई की है, जिसमें जोन-12 और जोन-13 में कई कॉलोनियों को ध्वस्त किया गया। इस कार्रवाई के तहत, जेडीए ने बिना अनुमति के बनाई गई सड़कों और अन्य अवैध निर्माण को समाप्त किया। जानें इस कार्रवाई के पीछे की पूरी कहानी और इसके प्रभाव।
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जयपुर में अवैध कॉलोनियों का ध्वस्तीकरण: विकास प्राधिकरण की कार्रवाई

जयपुर में अवैध कॉलोनियों का ध्वस्तीकरण

जयपुर, 27 जून। जयपुर विकास प्राधिकरण (जेडीए) ने जोन-12 में लगभग 11 बीघा कृषि भूमि पर तीन अवैध कॉलोनियों को पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया। इसी तरह, जोन-13 में 08 बीघा कृषि भूमि पर दो अवैध कॉलोनियों को भी समाप्त किया गया। इसके अलावा, जोन-08 में ग्राम जौतड़ावाला रोड पर अतिक्रमण को हटाया गया।


महानिरीक्षक पुलिस, कैलाश चन्द्र विश्नोई ने बताया कि जोन-12 के अंतर्गत कालवाड़ रोड, ग्राम भोपावास में करीब 06 बीघा कृषि भूमि पर जेडीए की अनुमति के बिना मिट्टी-ग्रेवल सड़कें और अन्य अवैध निर्माण किए गए थे। इन अवैध कॉलोनियों के निर्माण की सूचना मिलने पर, जेडीए के राजस्व और तकनीकी स्टाफ की मदद से प्रवर्तन दस्ते ने जेसीबी मशीन और श्रमिकों की सहायता से इनका ध्वस्तीकरण किया।


जोन-13 में कानोता के पास, मोक्षधाम के निकट, एक बीघा कृषि भूमि पर 'गोवर्धन बाजार' नाम से अवैध कॉलोनी बनाने का प्रयास किया गया था। इसी तरह, सिंदोली में 07 बीघा कृषि भूमि पर 'श्रीजी नगर' नाम से अवैध निर्माण की सूचना पर भी कार्रवाई की गई।


जोन-08 में, तहसील सांगानेर के जौतड़ावाला रोड पर अतिक्रमण के कारण रास्ता अवरुद्ध हो गया था, जिससे स्थानीय लोगों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा था। इस समस्या को हल करने के लिए, उपायुक्त और प्रवर्तन दस्ते ने जेसीबी मशीन की मदद से रास्ता साफ किया।


इन सभी कार्यवाहियों की निगरानी मुख्य नियंत्रक प्रवर्तन आदर्श चौधरी ने की। जेडीए के प्रवर्तन प्रकोष्ठ ने वर्ष 2024 में 383 और 2025 में 201 अवैध कॉलोनियों को ध्वस्त कर कुल 584 अवैध कॉलोनियों के निर्माण के प्रयासों को विफल किया है।