जयपुर में अमायरा की मौत: जांच में तेजी, परिजनों की न्याय की मांग
अमायरा की मौत के बाद का सन्नाटा
जयपुर के नीरजा मोदी स्कूल से चौथी मंजिल से कूदने वाली 9 वर्षीय अमायरा की घटना को 12 दिन बीत चुके हैं, लेकिन अभी तक जांच की प्रगति स्पष्ट नहीं है। अमायरा के पिता ने कहा कि उन्हें न्याय मिलने की उम्मीद नहीं है। परिवार में मौन छाया हुआ है, जहां पहले हंसी-खुशी थी, अब केवल सिसकियां सुनाई दे रही हैं। परिजनों का मानना है कि अमायरा की मौत सामान्य नहीं थी और इसकी गहन जांच होनी चाहिए।
1 नवंबर को हुआ हादसा
1 नवंबर को जयपुर में अमायरा की मौत ने पूरे शहर को झकझोर दिया। चौथी कक्षा की छात्रा, जो हाल ही में स्कूल में ऑल राउंडर का पुरस्कार प्राप्त कर चुकी थी, ने स्कूल की चौथी मंजिल से कूदकर अपनी जान दे दी। परिवार का कहना है कि अमायरा हमेशा खुश रहती थी और पढ़ाई में भी अच्छी थी। इस मामले की जांच के लिए एक टीम दिल्ली से जयपुर पहुंची और अमायरा के परिजनों से बातचीत की।
परिजनों के आरोप
अमायरा के परिवार ने स्कूल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि कुछ समय पहले के सीसीटीवी फुटेज देखने के बाद यह स्पष्ट हुआ कि स्कूल के शिक्षक अमायरा के साथ उचित व्यवहार नहीं कर रहे थे। परिजनों का कहना है कि कुछ बच्चे अमायरा को बुली कर रहे थे, और जब उसने टीचर से शिकायत की, तो टीचर ने उसकी बात सुनने के बजाय उसे डांट दिया। इससे अमायरा बहुत परेशान हो गई थी।
जांच में ढील पर सवाल
परिजनों ने जांच में हो रही ढील पर भी सवाल उठाए हैं। अमायरा के पिता ने कहा कि इतने दिनों के बाद भी पुलिस के हाथ खाली हैं। उन्होंने बताया कि जब वह स्कूल गए, तो अमायरा का बैग वहीं पड़ा था, जो एक महत्वपूर्ण सबूत हो सकता था। उन्होंने यह भी पूछा कि क्या उनकी बेटी को न्याय मिलेगा।
दिल्ली से आई टीम की जांच
दिल्ली से आई जांच टीम हर पहलू की जांच कर रही है और यह जानने की कोशिश कर रही है कि उस दिन अमायरा के साथ वास्तव में क्या हुआ। अमायरा के माता-पिता की एक ही मांग है कि उनकी बेटी को न्याय मिले। उनकी आंखों में आंसू हैं, लेकिन उम्मीद अभी भी बाकी है कि उनकी 9 वर्षीय बच्ची के साथ जो हुआ, उसकी सच्चाई सामने आएगी।
