जयपुर में 2.45 लाख पौधों का रोपण, आमजन को मिलेगा रियायती दर पर पौधा

जयपुर विकास प्राधिकरण का पौधारोपण अभियान
जयपुर, 13 जून। जयपुर विकास प्राधिकरण (जेडीए) ने इस वर्ष भी शहर को हरा-भरा बनाने के लिए 2 लाख 45 हजार पौधे लगाने की योजना बनाई है।
जेडीए के आयुक्त आन्नदी ने जानकारी दी कि मानसून के दौरान यह पौधारोपण पिछले वर्ष की तुलना में तीन गुना अधिक होगा। इनमें से 40 हजार पौधे आम जनता को रियायती दर पर उपलब्ध कराए जाएंगे। प्रत्येक व्यक्ति को अधिकतम 5 पौधे, जो फलदार, फूलदार और छायादार प्रजातियों के होंगे, आई.डी. के माध्यम से दिए जाएंगे।
जेडीए ने पौधारोपण के लिए आवश्यक प्रशासनिक और वित्तीय स्वीकृति प्राप्त कर ली है। पिछले वर्ष 70 हजार पौधे लगाए गए थे, जबकि इस बार 60 हजार पौधे विभिन्न स्थानों पर लगाए जाएंगे। ये पौधे 10 केंद्रों पर आम जनता को वितरित किए जाएंगे।
इन 60 हजार पौधों में से कई पौधे सेंट्रल पार्क सहित अन्य पार्कों में लगाए जाएंगे। आम जनता को प्रति पौधा 50 रुपये की दर पर 40 हजार पौधे दिए जाएंगे। जेडीए द्वारा लगाए जाने वाले पौधे 10 फीट ऊंचे होंगे। कालवाड़ रोड पर गजाधरपुरा सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट में 1 लाख पौधे लगाए जाएंगे, जो मियांवा की तकनीक से रोपे जाएंगे।
जेडीए द्वारा रुद्र पलाश, कचनार, बेहड़ा, कमरख, गूलर, पिलखन, कुसुम, पीपल, केजेलिया, पन्नाटा, अमलताश, मोल श्री, शहतूत, केसिया, सीमिया, चकरांदा, अर्जुन, जामुन, मोरिंगा, शीशम, नीम, करंज, आंवला, गुलमोहर, इमली, बेलपत्र, बरगद, सीमल और चंपा प्रजातियों के पौधे बांटे जाएंगे।
इसके अलावा, 45 हजार पौधे शहर की सड़कों के डिवाइडर और ग्रीन बेल्ट में लगाए जाएंगे। यहां हारसिंगार, कनेर, बोगनवेलिया, हिबिस्कस, टिकोमा, कैलिंड्रा, जेट्रोफा, हमेलिया, निकोडिया, होरा आदि प्रजातियों के पौधे लगाए जाएंगे। ये पौधे जेडीए की स्वप्न लोक, मूर्ति कला विहार, अटल विहार योजना की सड़कों पर लगाए जाएंगे।
जेडीए गोल्फ क्लब की पार्किंग, रॉयल सिटी, निवारू रोड, नारायण विहार, 200 फीट एचटी लाइन के नीचे ग्रीन बेल्ट, आमेर कुंडा से ताज होटल, भारत माता सर्किल से नारायण विहार 200 फीट रोड, महल रोड, प्रभु दयाल मार्ग, सांगानेर फ्लाई ओवर से होटल रनवे तक पौधे लगाए जाएंगे।
जेडीए द्वारा लाखों की संख्या में पौधे लगाए जाते हैं। आम जनता और संस्थाओं से अनुरोध है कि वे इन पौधों की नियमित देखभाल करें, ताकि पौधारोपण का उद्देश्य सफल हो सके।