जयपुर डंपर दुर्घटना में पहली मौत: चालक की तेज रफ्तार ने मचाई तबाही

जयपुर में एक भयानक डंपर दुर्घटना ने कई लोगों की जिंदगी को प्रभावित किया है। इस हादसे में पहली जान गिरिजा कंवर की गई, जिनके बेटे ने घटना की जानकारी दी। चालक की तेज रफ्तार ने 350 मीटर तक तबाही मचाई। रिटायर्ड सूबेदार आरपी गोरा भी इस हादसे में जान गंवाने वालों में शामिल हैं। जानें इस दर्दनाक घटना के बारे में और प्रभावित परिवारों की कहानी।
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जयपुर डंपर दुर्घटना में पहली मौत: चालक की तेज रफ्तार ने मचाई तबाही

जयपुर में भीषण सड़क हादसा

राजधानी जयपुर में एक भयानक सड़क दुर्घटना ने कई लोगों की जिंदगी को प्रभावित किया है। हरमाड़ा लोहा मंडी रोड से विश्वकर्मा रोड नंबर 14 की ओर बढ़ते हुए एक डंपर चालक ने लगभग चार मिनट तक 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गाड़ी चलाई। इस दौरान, डंपर ने पैदल चलने वालों और अन्य वाहनों को टक्कर मारते हुए करीब 350 मीटर तक तबाही मचाई।


पहली जान गंवाने वाली महिला

इस हादसे में सबसे पहले गिरिजा कंवर नामक महिला की जान गई। उनके बेटे दिग्प्रताप सिंह ने इस दर्दनाक घटना की जानकारी दी। दिग्प्रताप, जो कूरियर का काम करते हैं, ने हरमाड़ा थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई। अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद, वह अपने परिवार के साथ लोहा मंडी रोड पहुंचे। उन्होंने बताया कि वह खोरा से लोहा मंडी लौट रहे थे, तभी डंपर ने उनकी स्कूटी को टक्कर मारकर उनकी मां की जान ले ली। इसके बाद, डंपर ने एक्सप्रेस हाईवे तक कई अन्य लोगों को कुचला।


गोरा साहब का निधन

इस दुर्घटना में जान गंवाने वाले रिटायर्ड सूबेदार आरपी गोरा मूलतः नागौर जिले के निवासी थे। वे खातीपुरा की गणेश कॉलोनी में निवास कर रहे थे। गोरा के निधन से कॉलोनी में शोक का माहौल है।


स्थानीय लोगों का कहना है कि सभी उन्हें 'गोरा साहब' कहकर बुलाते थे। गोरा हमेशा युवाओं को पढ़ाई और आगे बढ़ने की प्रेरणा देते थे।


परिवार का हाल

पार्षद हेमेंद्र शर्मा ने बताया कि गोरा अपने पीछे पत्नी और दो बेटों को छोड़ गए हैं। उनका बड़ा बेटा सेना में मेजर है, जबकि छोटा परबतसर में मार्बल का कारोबार करता है। गोरा का अंतिम संस्कार उनके परिवार ने गांव में किया।