जयपुर के बीएलओ को प्रशस्ति पत्र: तकनीकी समर्पण की मिसाल

जयपुर जिले में बूथ लेवल अधिकारियों (बीएलओ) ने मतदाता सूची के विशेष पुनरीक्षण अभियान के दौरान अद्वितीय समर्पण दिखाया। जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने 95 बीएलओ को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। इस कार्यक्रम ने तकनीकी समर्पण और डिजिटल सुशासन की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाने वाले अधिकारियों की मेहनत को उजागर किया। जयपुर में अब तक 30 लाख से अधिक परिगणना प्रपत्र डिजिटाइज किए जा चुके हैं। जानें इस अभियान की पूरी कहानी और इसके पीछे की प्रेरणा।
 | 
जयपुर के बीएलओ को प्रशस्ति पत्र: तकनीकी समर्पण की मिसाल

जयपुर में मतदाता सूची का पुनरीक्षण

राजस्थान के जयपुर जिले में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान के दौरान बूथ लेवल अधिकारियों (बीएलओ) ने जिस समर्पण के साथ परिगणना प्रपत्रों का डिजिटलीकरण किया, उसने प्रशासन को एक नया भरोसा दिया है. इसी उपलब्धि के सम्मान में जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने 95 बीएलओ को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया.


यह सिर्फ एक औपचारिक कार्यक्रम नहीं, बल्कि उन अधिकारियों की प्रतिबद्धता का अभिनंदन था, जिन्होंने विपरीत परिस्थितियों में भी तकनीक को अपनाकर डिजिटल सुशासन की राह खोली. सम्मानित बीएलओ में ऐसे अधिकारी भी शामिल थे, जो अपने भौगोलिक क्षेत्र की कठिनाइयों, इंटरनेट की कमी, शारीरिक चुनौतियों या सीमित संसाधनों के बावजूद शत-प्रतिशत डिजिटलीकरण का लक्ष्य लेकर आगे बढ़े.


कुछ बीएलओ पहली बार जिम्मेदारी संभाल रहे थे, कुछ सेवानिवृत्ति के करीब थे और कुछ दिव्यांग अधिकारी भी, लेकिन सभी ने मिलकर यह साबित किया कि इच्छाशक्ति तकनीक से बड़ी होती है. डॉ. सोनी ने बीएलओ से संवाद में साफ कहा कि ये BLO अब जिले के लिए प्रेरक मॉडल हैं. उन्होंने उनसे आग्रह किया कि वे अपने अनुभव बाकी बीएलओ तक पहुंचाएं, ताकि पूरे जिले में अभियान की गति और तेज हो सके.


प्रशासनिक मॉनिटरिंग लगातार जारी है और इसी वजह से डिजिटलीकरण का काम रिकॉर्ड गति से आगे बढ़ रहा है. जयपुर जिले में अब तक 30 लाख 75 हजार से अधिक परिगणना प्रपत्र डिजिटाइज हो चुके हैं, जो 63.77 प्रतिशत से अधिक है. विधानसभा क्षेत्रवार देखें तो शाहपुरा 82.62 प्रतिशत के साथ सबसे आगे है, जबकि झोटवाड़ा, आमेर, चौमूं, दूदू और कई अन्य क्षेत्रों ने भी उल्लेखनीय प्रगति दर्ज की है.


भारत निर्वाचन आयोग ने इस बार मतदाताओं की सुविधा के लिए एक नई सुविधा भी जोड़ी है. अब मतदाता केवल साधारण जानकारी देकर मतदाता सूची में अपना नाम सर्च कर सकते हैं. साथ ही परिगणना प्रपत्र ऑनलाइन भरने के लिए पोर्टल और QR कोड की व्यवस्था भी उपलब्ध है. जिला निर्वाचन अधिकारी ने सभी नागरिकों से अपील की है कि वे स्वयं और अपने परिवार का प्रपत्र ऑनलाइन भरें, ताकि प्रक्रिया तेज, पारदर्शी और त्रुटिरहित हो सके.