जम्मू-कश्मीर में स्कूलों के समय में बदलाव पर अभिभावकों की नाराजगी

जम्मू-कश्मीर में स्कूलों के समय में बदलाव के बाद अभिभावकों में नाराजगी बढ़ गई है। उमर अब्दुल्ला सरकार ने स्कूलों का समय सुबह साढ़े सात बजे निर्धारित किया है, जिससे अभिभावक चिंतित हैं। गर्मियों की छुट्टियों के बाद स्कूल खुलने पर अभिभावकों ने शिक्षा मंत्री की आलोचना की है और ऑनलाइन वीडियो साझा किए हैं, जिसमें बच्चों को सुबह जल्दी उठने में कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। शिक्षा मंत्री ने कहा है कि इस प्रयोग के अनुभव के आधार पर भविष्य में निर्णय लिए जाएंगे।
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जम्मू-कश्मीर में स्कूलों के समय में बदलाव पर अभिभावकों की नाराजगी

स्कूलों के समय में बदलाव और अभिभावकों की प्रतिक्रिया

गर्मियों की छुट्टियों के बाद जब स्कूल फिर से खुलते हैं, तो बच्चों में उत्साह देखने को मिलता है। लेकिन जम्मू-कश्मीर में स्कूलों के खुलने के साथ ही राजनीतिक चर्चाएं भी शुरू हो गई हैं। दरअसल, उमर अब्दुल्ला की सरकार ने स्कूलों का समय सुबह साढ़े सात बजे निर्धारित कर दिया है, जिससे अभिभावकों में असंतोष उत्पन्न हो गया है। इस समय कश्मीर में गर्मी की स्थिति को देखते हुए अभिभावकों की मांग थी कि छुट्टियों को कुछ और दिनों के लिए बढ़ाया जाए, लेकिन सरकार ने इस पर ध्यान नहीं दिया और स्कूल खोलने के आदेश जारी कर दिए। दिलचस्प बात यह है कि जम्मू-कश्मीर सरकार की घोषणा के कुछ घंटों बाद घाटी में भारी बारिश हुई, जिससे पूरे कश्मीर का तापमान सामान्य स्तर पर आ गया।


दूसरी ओर, कुछ अभिभावकों ने शिक्षा मंत्री सकीना मसूद इट्टू द्वारा घोषित नए समय की आलोचना की है। उन्होंने ऑनलाइन कई वीडियो साझा किए हैं, जिनमें अभिभावकों ने सुबह साढ़े पांच बजे उठकर बच्चों को सुबह साढ़े छह से सात बजे के बीच स्कूल बस पकड़ने में होने वाली कठिनाइयों को दर्शाया है। शिक्षा मंत्री ने इस पर कहा कि जो प्रयोग किया गया है, उसके अनुभव के आधार पर भविष्य में निर्णय लिए जाएंगे।