जम्मू-कश्मीर में महिलाओं के खिलाफ अपराध में कमी, एनसीआरबी के आंकड़े बताते हैं

जम्मू-कश्मीर में महिलाओं के खिलाफ अपराधों में पिछले दो वर्षों में 7.21 प्रतिशत की गिरावट आई है, जैसा कि एनसीआरबी के 2023 के आंकड़ों में दर्शाया गया है। अपहरण, घरेलू हिंसा और बलात्कार के मामलों में कमी आई है, जबकि साइबर अपराधों में यह क्षेत्र सबसे आगे है। जानें और क्या जानकारी मिली है इन आंकड़ों से।
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जम्मू-कश्मीर में महिलाओं के खिलाफ अपराध में कमी, एनसीआरबी के आंकड़े बताते हैं

महिलाओं के खिलाफ अपराध में गिरावट

जम्मू-कश्मीर में महिलाओं के खिलाफ अपराध की घटनाओं में पिछले दो वर्षों में 7.21 प्रतिशत की कमी आई है। यह जानकारी राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) द्वारा 2023 के लिए जारी किए गए आंकड़ों से प्राप्त हुई है।


एनसीआरबी के आंकड़ों के अनुसार, वर्ष 2021 में केंद्र शासित प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ कुल 3,937 अपराध दर्ज किए गए थे, जबकि 2023 में यह संख्या घटकर 3,653 हो गई।


इस क्षेत्र में महिलाओं के खिलाफ सबसे अधिक रिपोर्ट किए गए अपराधों में अपहरण शामिल है, जिसके 2023 में 895 मामले दर्ज किए गए। इसके अलावा, घरेलू हिंसा (पति द्वारा क्रूरता) के 524 मामले और बलात्कार के 231 मामले भी इसी वर्ष सामने आए।


साइबर अपराधों में बढ़त

जम्मू-कश्मीर केंद्र शासित प्रदेशों में महिलाओं के खिलाफ साइबर अपराधों के मामलों में सबसे आगे है, जहां 43 पीड़ितों ने शिकायतें दर्ज कराई हैं। इनमें से 39 मामले यौन सामग्री के प्रसार और ब्लैकमेलिंग से संबंधित हैं, जबकि चार मामले पीड़ितों की तस्वीरों में छेड़छाड़ के हैं।


यह आंकड़ा दिल्ली में दर्ज मामलों से भी अधिक है, जहां 2023 में महिलाओं के खिलाफ साइबर अपराध के 36 मामले सामने आए।