जम्मू-कश्मीर में भारी बारिश से तबाही, मुख्यमंत्री ने स्थिति का लिया जायजा

जम्मू-कश्मीर में हाल ही में हुई भारी बारिश ने कई जिलों में बाढ़ और भूस्खलन की घटनाओं को जन्म दिया है, जिससे व्यापक नुकसान हुआ है। मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने स्थिति का जायजा लेने के लिए रामबन जिले का दौरा किया और राहत कार्यों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि भूस्खलन से प्रभावित सड़कों की मरम्मत में 20 से 25 दिन लग सकते हैं, लेकिन एक वैकल्पिक मार्ग तैयार किया गया है। राजगढ़ में राहत कार्य जारी हैं, जहां अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं।
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जम्मू-कश्मीर में भारी बारिश से तबाही, मुख्यमंत्री ने स्थिति का लिया जायजा

जम्मू-कश्मीर में बारिश से उत्पन्न संकट

जम्मू-कश्मीर में लगातार हो रही भारी बारिश के कारण कई जिलों में बाढ़, भूस्खलन और बादल फटने की घटनाएं सामने आई हैं, जिससे व्यापक नुकसान हुआ है। मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने रविवार को रामबन जिले के मरोग गांव का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया।


मुख्यमंत्री ने दौरे के दौरान कहा, 'हम स्थिति का आकलन कर रहे हैं। पिछले कुछ दिनों से बारिश जारी है, जिससे कई स्थानों पर राजमार्ग को नुकसान पहुंचा है।' उन्होंने बताया कि संबंधित कंपनी, एनएचआईए और जिला प्रशासन के साथ चर्चा के बाद एक वैकल्पिक मार्ग की पहचान की गई है।


उमर अब्दुल्ला ने आगे कहा, 'भूस्खलन के कारण जिन स्थानों पर सड़कें क्षतिग्रस्त हुई हैं, उनकी मरम्मत में 20 से 25 दिन लग सकते हैं। हालांकि, हमारे पास एक वैकल्पिक मार्ग है, जिसे दोनों दिशाओं में यातायात के लिए तैयार किया गया है।' उन्होंने यह भी बताया कि उधमपुर के आसपास के क्षेत्रों में भी भारी नुकसान हुआ है और यदि वहां की सड़कें बहाल हो जाती हैं, तो यातायात सुचारू रूप से चल सकेगा.


राजगढ़ में राहत कार्य जारी

राजगढ़ में बादल फटने की घटना के संदर्भ में मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने विधायक से फोन पर बात की और अधिकारियों को राहत कार्यों के लिए निर्देश दिए। उन्होंने कहा, 'डीसी और एसपी मौके पर पहुंच गए हैं। रेड क्रॉस ने भी आवश्यक व्यवस्थाएं की हैं। हम जो भी आवश्यक होगा, वह करेंगे।' इस आपदा से निपटने के लिए सरकार और विभिन्न एजेंसियां राहत और बचाव कार्यों में जुटी हुई हैं, ताकि प्रभावित लोगों को जल्द से जल्द सहायता मिल सके और जनजीवन सामान्य हो सके।


मुख्यमंत्री का बयान