जम्मू-कश्मीर में बादल फटने से 100 से अधिक परिवार प्रभावित

जम्मू-कश्मीर के वारवान घाटी में बादल फटने से 15 घर पूरी तरह से और 100 से अधिक आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गए हैं, जिससे 100 से अधिक परिवार प्रभावित हुए हैं। मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने राहत और पुनर्वास के लिए प्रशासन को निर्देश दिए हैं। स्थानीय अधिकारियों ने स्थिति का जायजा लिया और प्रभावित लोगों के लिए सामुदायिक रसोईघर स्थापित किया गया है। जानें इस घटना के बारे में और अधिक जानकारी।
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जम्मू-कश्मीर में बादल फटने से 100 से अधिक परिवार प्रभावित

वारवान घाटी में प्राकृतिक आपदा

जम्मू-कश्मीर के वारवान घाटी के मार्गी गांव में बादल फटने की घटना ने 15 घरों को पूरी तरह से और 100 से अधिक घरों को आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त कर दिया है, जिससे 100 से अधिक परिवार प्रभावित हुए हैं। हालांकि, इस आपदा में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है, लेकिन कृषि भूमि और स्थानीय बुनियादी ढांचे को गंभीर नुकसान पहुंचा है।


मुख्यमंत्री का राहत कार्य का निर्देश

जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने प्रभावित लोगों के लिए त्वरित राहत और पुनर्वास सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन को निर्देशित किया है। बुधवार शाम को बादल फटने से मार्गी बस्ती में 15 घरों के साथ-साथ कृषि भूमि का एक बड़ा हिस्सा भी प्रभावित हुआ।


स्थानीय अधिकारियों का दौरा

शनिवार को उपायुक्त पंकज शर्मा और किश्तवाड़ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नरेश सिंह ने वारवान का दौरा किया और वहां की स्थिति का जायजा लिया। मुख्यमंत्री ने राहत, पुनर्वास और संपर्क बहाल करने के निर्देश दिए हैं, साथ ही ऊपरी इलाकों में बकरवाल समुदाय की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए भी कदम उठाए जा रहे हैं।


आपातकालीन सहायता

उप-विभागीय मजिस्ट्रेट मारवाह मोहम्मद अशरफ ने बताया कि बादल फटने से 14-15 घर पूरी तरह से नष्ट हो गए और 100 से अधिक घरों को आंशिक नुकसान हुआ है। हालांकि, किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। सरकार ने प्रभावित लोगों के लिए सामुदायिक रसोईघर स्थापित किया है और आवश्यक आपूर्ति बहाल करने का कार्य जारी है।