जम्मू-कश्मीर में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बचाव कार्य जारी

बचाव कार्य की जानकारी
जम्मू और कश्मीर राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) ने बुदगाम जिले में बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों में बचाव कार्य शुरू कर दिया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) SDRF मसूर अहमद मीर ने बताया कि लगभग 600 से 650 नागरिकों को बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों से सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया गया है।
सरकारी प्रतिक्रिया
मीर ने कहा, "बाढ़ की स्थिति को देखते हुए बचाव कार्य जारी है। हमने दक्षिण कश्मीर में कई लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है।" इस बीच, अनंतनाग में जम्मू और कश्मीर पुलिस द्वारा भी बचाव और निकासी कार्य किए जा रहे हैं। आम आदमी पार्टी (AAP) के जिला अध्यक्ष रऊफ अहमद शेख ने उमर अब्दुल्ला सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि यह "कुछ भी करने में असमर्थ" है।
मुख्यमंत्री का बयान
जैसे ही झेलम नदी का जल स्तर बढ़ा, संघ शासित प्रदेश के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने घोषणा की कि प्रभावित निवासियों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया गया है। उन्होंने एक पोस्ट में बताया कि बुदगाम के जूनीपोर गांव के पास झेलम बांध में दरार आने से आसपास के क्षेत्रों में जलभराव हो गया है।
बचाव कार्य की प्रगति
उमर अब्दुल्ला ने कहा, "सुबह के समय, झेलम नदी के बांध में दरार आई, जिससे आसपास के क्षेत्रों में जलभराव हुआ।" प्रभावित गांवों, विशेष रूप से शालिना, रख शालिना और बागी शकीरशाह के निवासियों को रात के समय सुरक्षित निकासी केंद्रों पर पहुंचाया गया।
सुरक्षा उपाय
हालांकि, अब्दुल्ला ने बताया कि सीरबाग और समरबुग गांवों में जलभराव की आशंका है। वर्तमान में, बचाव दल इन क्षेत्रों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित करने का कार्य कर रहा है। श्रीनगर पुलिस ने SDRF और नदी पुलिस के साथ मिलकर व्यापक निकासी योजना को सक्रिय किया है।
बाढ़ की स्थिति
जम्मू और कश्मीर के कई हिस्सों में लगातार भारी बारिश हो रही है, जिससे नदियों का जल स्तर बढ़ रहा है और कई जिलों में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो रही है। राजौरी में लगातार बारिश के कारण बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है, जिससे अधिकारियों को उच्च सतर्कता पर रहना पड़ रहा है।
नुकसान और राहत कार्य
हाल के हफ्तों में, लगातार बारिश ने भूस्खलन, अचानक बाढ़ और व्यापक जलभराव को जन्म दिया है, जिससे कई लोगों की जान गई है और हजारों लोग विस्थापित हुए हैं।