जम्मू कश्मीर में पर्यटन स्थलों की सुरक्षा के लिए सेना ने उठाए कदम

जम्मू कश्मीर में पर्यटन स्थलों को फिर से खोलने के बाद, सेना ने डोडा जिले के भद्रवाह क्षेत्र में सुरक्षा उपायों को लागू किया है। 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद, अमरनाथ यात्रा की तैयारी के तहत सुरक्षा को मजबूत किया गया है। राष्ट्रीय राइफल्स के जवानों ने ड्रोन और रॉकेट लॉन्चर के साथ गश्त की है, जिससे स्थानीय निवासियों और पर्यटकों के बीच विश्वास बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है। भद्रवाह, जिसे 'मिनी कश्मीर' कहा जाता है, में कई आकर्षक पर्यटन स्थल हैं।
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जम्मू कश्मीर में पर्यटन स्थलों की सुरक्षा के लिए सेना ने उठाए कदम

सेना की सुरक्षा गश्त और उपाय

जम्मू कश्मीर में पर्यटन स्थलों को फिर से खोलने के बाद, सेना के जवानों ने बृहस्पतिवार को डोडा जिले के भद्रवाह क्षेत्र में जंगलों और पहाड़ी इलाकों में सुरक्षा उपायों को लागू किया।


22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद, सेना ने पहाड़ी क्षेत्रों में शांति बनाए रखने के लिए यह कदम उठाया है, विशेष रूप से तीन जुलाई से शुरू होने वाली अमरनाथ यात्रा के संदर्भ में सुरक्षा पर ध्यान केंद्रित किया गया है।


अधिकारियों के अनुसार, भद्रवाह के ऊपरी इलाकों में हवाई निगरानी के लिए ड्रोन और रॉकेट लॉन्चर के साथ राष्ट्रीय राइफल्स के जवानों ने सुरक्षा अभियान चलाया।


यह अभियान स्थानीय निवासियों और पर्यटकों के बीच सुरक्षा के प्रति विश्वास बढ़ाने और आतंकवादियों की गतिविधियों पर नजर रखने के उद्देश्य से चलाया गया।


भद्रवाह, जिसे 'मिनी कश्मीर' के नाम से जाना जाता है, में कई पर्यटन स्थल हैं जो साल भर सैकड़ों पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। अधिकारियों ने बताया कि हिमालयी क्षेत्र में शांति और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए गश्त को बढ़ा दिया गया है।