जम्मू-कश्मीर में नया राजनीतिक गठबंधन: 'पीपुल्स अलायंस फॉर चेंज'

जम्मू-कश्मीर में पीपुल्स कॉन्फ्रेंस, जस्टिस डेवलपमेंट फ्रंट और पीपुल्स डेमोक्रेटिक फ्रंट ने मिलकर 'पीपुल्स अलायंस फॉर चेंज' का गठन किया है। यह गठबंधन राज्यhood की बहाली की मांग के बीच आया है। प्रमुख नेता सजाद गनी लोन ने कहा कि यह गठबंधन लोगों के लिए एक नया विकल्प प्रदान करेगा। प्रेस कॉन्फ्रेंस में सहयोग की आवश्यकता पर जोर दिया गया और संगठनात्मक संरचना की घोषणा जल्द की जाएगी। यह गठबंधन नेशनल कॉन्फ्रेंस के खिलाफ एक महत्वपूर्ण विपक्षी शक्ति के रूप में उभर सकता है।
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जम्मू-कश्मीर में नया राजनीतिक गठबंधन: 'पीपुल्स अलायंस फॉर चेंज'

नए गठबंधन की घोषणा

एक महत्वपूर्ण राजनीतिक घटनाक्रम में, पीपुल्स कॉन्फ्रेंस (PC), जस्टिस डेवलपमेंट फ्रंट (JDF), और पीपुल्स डेमोक्रेटिक फ्रंट (PDF) ने मिलकर 'पीपुल्स अलायंस फॉर चेंज' (PAC) नामक एक नया गठबंधन बनाया है। यह रणनीतिक गठबंधन जम्मू और कश्मीर के लिए राज्यhood की बहाली की मांगों के बीच आया है, जो उमर अब्दुल्ला के नेतृत्व वाली सरकार और विभिन्न विपक्षी दलों, जिसमें PDP भी शामिल है, द्वारा उठाई गई हैं।


गठबंधन का उद्देश्य

इस गठबंधन की घोषणा श्रीनगर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान की गई, जहां तीनों पार्टियों के प्रमुख नेताओं ने अपने दृष्टिकोण को साझा किया। पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के प्रमुख सजाद गनी लोन ने कहा कि यह गठबंधन जम्मू और कश्मीर के लोगों के लिए एक व्यवहार्य विकल्प प्रदान करने का प्रयास कर रहा है, जिन्होंने वर्षों से कठिनाइयों का सामना किया है। उन्होंने कहा, "जम्मू और कश्मीर के लोग अत्यधिक दुख सहन कर चुके हैं, और हम बदलाव लाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।"


सहयोग की आवश्यकता

प्रेस कॉन्फ्रेंस में वरिष्ठ शिया मुस्लिम नेता इमरान रजा अंसारी ने राजनीतिक संस्थाओं के बीच सहयोग की आवश्यकता पर जोर दिया। जस्टिस और डेवलपमेंट फ्रंट के अध्यक्ष शमीम अहमद ठोकर ने भी इस विचार को दोहराते हुए कहा कि सफलता के लिए एकता आवश्यक है। नेताओं ने यह भी बताया कि गठबंधन की संगठनात्मक संरचना जल्द ही सामने आएगी, और वे जम्मू और कश्मीर के लोगों के लोकतांत्रिक अधिकारों के लिए मिलकर काम करने का संकल्प लेते हैं।


राजनीतिक परिदृश्य में बदलाव

PAC का गठन विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि यह वर्तमान नेशनल कॉन्फ्रेंस-नेतृत्व वाले गठबंधन के खिलाफ एक महत्वपूर्ण विपक्षी शक्ति के रूप में उभर सकता है, जिसने हाल ही में 2024 विधानसभा चुनावों में प्रमुखता हासिल की। पीपुल्स कॉन्फ्रेंस का कश्मीर में एक मजबूत मतदाता आधार रहा है, जबकि जस्टिस और डेवलपमेंट फ्रंट, जो जमात-ए-इस्लामी (JeI) द्वारा समर्थित है, ने भी राजनीतिक परिदृश्य में प्रभाव डाला है।


चुनौतियाँ और संभावनाएँ

हालांकि कुछ नेताओं को हाल के चुनावों में हार का सामना करना पड़ा है, जैसे इमरान रजा अंसारी की पट्टन में करीबी हार, गठबंधन अपने स्थान को मजबूत करने और घाटी में स्थापित राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों को चुनौती देने का प्रयास कर रहा है। पिछले कुछ वर्षों में, विशेष रूप से अगस्त 2019 की घटनाओं के बाद, जम्मू और कश्मीर में कई राजनीतिक दल उभरे हैं।


भविष्य की दिशा

जैसे-जैसे नेशनल कॉन्फ्रेंस कश्मीर घाटी में अपनी स्थिति को मजबूत करती है, यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या यह नया गठबंधन आगामी चुनावों में प्रभाव डाल सकेगा या नहीं। PAC की क्षमता को देखने के लिए चुनावी समर्थन जुटाना महत्वपूर्ण होगा। यह गठबंधन जम्मू क्षेत्र में अपनी पहुंच बढ़ा पाएगा या नहीं, यह अभी भी अनिश्चित है, लेकिन इसका गठन जम्मू और कश्मीर के राजनीतिक परिदृश्य में एक महत्वपूर्ण क्षण का प्रतिनिधित्व करता है।