जम्मू-कश्मीर में ड्रोन गतिविधियों से सुरक्षा चिंताएँ बढ़ीं

जम्मू-कश्मीर के पुंछ ज़िले में सुरक्षा बलों ने पाकिस्तान से आए ड्रोन की गतिविधियों के बाद तलाशी अभियान शुरू किया है। रविवार रात देखे गए ड्रोन की उड़ान ने सुरक्षा चिंताओं को बढ़ा दिया है। अधिकारियों का मानना है कि इनका उपयोग भारतीय सैन्य गतिविधियों की निगरानी के लिए किया गया था। इस घटना ने सीमा पर तस्करी के बढ़ते खतरे को भी उजागर किया है। जानें इस अभियान के बारे में और क्या कदम उठाए जा रहे हैं।
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जम्मू-कश्मीर में ड्रोन गतिविधियों से सुरक्षा चिंताएँ बढ़ीं

सुरक्षा बलों का तलाशी अभियान

जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बलों ने सोमवार को पुंछ ज़िले के नियंत्रण रेखा (एलओसी) के निकट पाकिस्तान से आए छह ड्रोन देखे जाने के बाद तलाशी अभियान शुरू किया। ये ड्रोन क्षेत्र के विभिन्न अग्रिम इलाकों में देखे गए, जिससे सुरक्षा को लेकर चिंताएँ बढ़ गईं। सेना के अधिकारियों ने बताया कि रविवार रात लगभग 9:15 बजे, विशेष रूप से मेंढर सेक्टर में बालाकोट, लंगोटे और गुरसाई नाला क्षेत्रों के ऊपर ड्रोन की गतिविधि देखी गई। ये ड्रोन काफी ऊँचाई पर उड़ रहे थे, जिससे उन्हें तुरंत रोकना कठिन हो गया। ये ड्रोन कुछ मिनटों तक मंडराते रहे और फिर पाकिस्तानी क्षेत्र में लौट गए।


ड्रोन की निगरानी गतिविधियाँ

अधिकारियों के अनुसार, यह माना जा रहा है कि इन ड्रोनों का उपयोग निगरानी के लिए किया गया था, ताकि क्षेत्र में भारतीय सैन्य गतिविधियों की जानकारी जुटाई जा सके। उनकी उड़ान की संक्षिप्तता से यह संकेत मिलता है कि इनका उपयोग तस्करी के बजाय टोही के लिए किया गया होगा। ड्रोन देखे जाने के बाद, भारतीय सुरक्षा बलों ने तुरंत प्रभावित क्षेत्रों की घेराबंदी कर दी। सुबह तक, तलाशी अभियान पूरे जोर-शोर से जारी था, और सैनिक यह सुनिश्चित करने के लिए पूरे इलाके की जांच कर रहे थे कि ड्रोन से कोई हथियार या नशीले पदार्थ गिराए गए हैं। इस अभियान का एक उद्देश्य शत्रुतापूर्ण हवाई इकाइयों द्वारा भारतीय वायु क्षेत्र के किसी भी उल्लंघन को रोकना भी था। 


ड्रोन तस्करी का बढ़ता खतरा

हाल के वर्षों में, पाकिस्तान ने भारतीय क्षेत्र में हथियारों, विस्फोटकों और नशीले पदार्थों की तस्करी के लिए ड्रोन का उपयोग तेजी से बढ़ाया है। यह बढ़ता खतरा नियंत्रण रेखा पर तैनात सुरक्षा एजेंसियों के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया है, जो पहले से ही सीमा पार घुसपैठ और आतंकवाद से जूझ रही हैं। यह इस तरह की दूसरी घटना है जो पिछले तीन दिनों में हुई है। इससे पहले, जम्मू के गजनसू क्षेत्र में स्थानीय लोगों ने एक ड्रोन देखा था, जो बिना कोई सामान गिराए सीमा पार गायब हो गया था।