जम्मू-कश्मीर में आम आदमी पार्टी विधायक की गिरफ्तारी के बाद तनाव

जम्मू-कश्मीर में आम आदमी पार्टी के विधायक मेहराज मलिक की गिरफ्तारी के बाद डोडा जिले में तनाव बढ़ गया है। प्रदर्शनकारियों और सुरक्षाबलों के बीच हिंसक झड़पें हुईं, जिसमें 80 से अधिक लोग हिरासत में लिए गए। मलिक को सार्वजनिक व्यवस्था भंग करने के आरोप में हिरासत में लिया गया था। इस घटना के बाद पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला को भी रोका गया। जानें इस स्थिति के बारे में और क्या हो रहा है।
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जम्मू-कश्मीर में आम आदमी पार्टी विधायक की गिरफ्तारी के बाद तनाव

डोडा में हिंसक झड़पें और तनाव

जम्मू-कश्मीर में आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक मेहराज मलिक की गिरफ्तारी के बाद डोडा जिले और उसके आस-पास के क्षेत्रों में तनाव बढ़ गया है। कड़े जन सुरक्षा अधिनियम (पीएसए) के तहत उनकी गिरफ्तारी के खिलाफ प्रदर्शनकारियों और सुरक्षाबलों के बीच हिंसक झड़पें हुईं, जिसमें 80 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया गया।


अधिकारियों के अनुसार, मलिक, जिन्होंने 2024 के विधानसभा चुनाव में डोडा सीट से 4,500 से अधिक मतों से जीत हासिल की थी, को सोमवार को सार्वजनिक व्यवस्था भंग करने के आरोप में हिरासत में लिया गया और उन्हें कठुआ जेल में रखा गया।


इस घटना से संबंधित, जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला को बृहस्पतिवार को श्रीनगर के सर्किट हाउस में आप के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह से मिलने से रोका गया। सांसद को मलिक के खिलाफ की गई कार्रवाई के विरोध में प्रदर्शन करने से रोकने के लिए परिसर में ही हिरासत में लिया गया।


डोडा-किश्तवाड़-रामबन रेंज के उपमहानिरीक्षक (डीआईजी) श्रीधर पाटिल की अध्यक्षता में पुलिस ने बुधवार शाम को डोडा में शांति समिति की बैठक आयोजित की, ताकि क्षेत्र में शांति स्थापित की जा सके।


डोडा जिले में बृहस्पतिवार को तीसरे दिन भी निषेधाज्ञा लागू रही, और एहतियात के तौर पर मोबाइल इंटरनेट और वाईफाई सेवाएं निलंबित कर दी गईं। प्रशासन ने बिना पूर्व अनुमति के लोगों की आवाजाही पर प्रतिबंध लगाने के लिए भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 163 लागू की।


पाटिल ने चेनाब घाटी के निवासियों को आश्वासन दिया कि स्थिति नियंत्रण में है और सामान्य स्थिति को बहाल करने के प्रयास जारी हैं। तनाव के बीच डोडा शहर, भद्रवाह, गंडोह और थाथरी के आसपास भारी संख्या में सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं।


पुलिस ने क्षेत्र में गश्त की और निवासियों से घरों के अंदर रहने की अपील की। श्रीनगर में पुलिस की कार्रवाई में अब्दुल्ला और सिंह को एक बंद गेट से अलग किया गया, जिसे अब्दुल्ला ने संविधानिक मूल्यों पर सीधा हमला बताया।


पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने डोडा की स्थिति को चिंताजनक बताया और मलिक की हिरासत के बाद उत्पन्न अशांति से निपटने के प्रशासन के तरीके की आलोचना की।