जम्मू-कश्मीर में आप विधायक ने समर्थन वापस लिया, सरकार पर नहीं पड़ेगा असर

जम्मू-कश्मीर में आम आदमी पार्टी के विधायक मेहराज मलिक ने नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ अपने समर्थन को वापस ले लिया है। हालांकि, इस कदम का सरकार पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा, क्योंकि गठबंधन के पास बहुमत है। मलिक ने यह निर्णय जम्मू-कश्मीर के लोगों के सर्वोत्तम हित में लिया है। इसके अलावा, उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने सुरक्षा कारणों से बंद किए गए पर्यटक स्थलों को फिर से खोलने की योजना की घोषणा की है। जानें इस घटनाक्रम के बारे में और अधिक जानकारी।
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जम्मू-कश्मीर में आप विधायक ने समर्थन वापस लिया, सरकार पर नहीं पड़ेगा असर

आप विधायक का समर्थन वापस लेना

जम्मू-कश्मीर में आम आदमी पार्टी (आप) के एकमात्र विधायक मेहराज मलिक ने नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेतृत्व वाली सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया है। हालांकि, इस निर्णय का सरकार पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा, क्योंकि नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस का गठबंधन पहले से ही बहुमत में है। विधानसभा में 90 सीटें हैं, जिसमें एनसी के पास 42 और कांग्रेस के पास 6 विधायक हैं, साथ ही सरकार को 5 निर्दलीय विधायकों का भी समर्थन प्राप्त है।


मलिक का बयान

मेहराज मलिक ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि उन्होंने एनसी के साथ अपने समर्थन को वापस लेने का निर्णय जम्मू-कश्मीर के लोगों के सर्वोत्तम हित में लिया है। उनका कहना है कि लोगों का विश्वास और कल्याण हमेशा उनकी प्राथमिकता रहेगी। पिछले विधानसभा चुनावों में, मलिक ने भाजपा के गजय सिंह राणा को 4,538 मतों से हराकर डोडा विधानसभा क्षेत्र से जीत हासिल की थी, जिससे वे जम्मू-कश्मीर से आप के पहले और एकमात्र विजेता बने।


सुरक्षा कारणों से स्थलों का पुनः उद्घाटन

उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने शनिवार को जानकारी दी कि 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए हमले के बाद सुरक्षा कारणों से बंद किए गए पर्यटक स्थलों को धीरे-धीरे फिर से खोला जाएगा। उन्होंने बताया कि पहले चरण में 17 जून से कुछ गंतव्यों को फिर से खोला जाएगा। सिन्हा ने कहा, "सुरक्षा कारणों से कुछ स्थानों को बंद किया गया था, और अब कश्मीर और जम्मू के संभागीय आयुक्तों और पुलिस महानिरीक्षकों ने रिपोर्ट के आधार पर चरणबद्ध तरीके से स्थलों को फिर से खोलने का निर्णय लिया है।"