जनवरी 2026 में ग्रहों के गोचर का राशियों पर प्रभाव

जनवरी 2026 में कई ग्रहों का राशि परिवर्तन होने वाला है, जिसमें सूर्य, मंगल, बुध और शुक्र शामिल हैं। इन ग्रहों के गोचर का प्रभाव सभी 12 राशियों पर पड़ेगा। कुछ राशियों के लिए यह समय शुभ रहेगा, जबकि अन्य को सावधानी बरतने की आवश्यकता होगी। ज्योतिषाचार्या नीतिका शर्मा के अनुसार, इस महीने में कई महत्वपूर्ण घटनाएं घटित हो सकती हैं, जैसे कि कार्यक्षेत्र में सफलता और भौतिक सुख की प्राप्ति। जानें कि आपके लिए यह समय कैसा रहेगा और ग्रहों के अशुभ प्रभाव से बचने के उपाय क्या हैं।
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जनवरी 2026 में ग्रहों के गोचर का राशियों पर प्रभाव

ग्रहों का राशि परिवर्तन

जनवरी 2026 में कई महत्वपूर्ण ग्रहों का राशि परिवर्तन और चाल में बदलाव देखने को मिलेगा। इस महीने कुल चार ग्रहों का राशि परिवर्तन होगा, जिसमें सूर्य, मंगल, बुध और शुक्र शामिल हैं। इन ग्रहों के गोचर का प्रभाव सभी 12 राशियों पर पड़ेगा। कुछ राशियों के लिए यह समय शुभ रहेगा, जबकि अन्य को सावधानी बरतने की आवश्यकता होगी।


सूर्य का गोचर

ज्योतिषाचार्या नीतिका शर्मा के अनुसार, सूर्य 14 जनवरी को मकर राशि में प्रवेश करेंगे। वर्तमान में सूर्य धनु राशि में हैं और 13 जनवरी तक वहीं रहेंगे। सूर्य के इस गोचर से कई राशियों के जातकों को कार्यक्षेत्र में सफलता मिलने की संभावना है। इस दिन मकर संक्रांति का पर्व भी मनाया जाएगा, जो नई शुरुआत का प्रतीक है।


शुक्र का गोचर

नीतिका शर्मा ने बताया कि शुक्र 12 जनवरी तक धनु राशि में रहेंगे और 13 जनवरी को मकर राशि में गोचर करेंगे। इस परिवर्तन से कई राशियों के जातकों को भौतिक सुख और धन-लाभ की प्राप्ति हो सकती है।


मंगल का गोचर

मंगल 15 जनवरी तक धनु राशि में रहेंगे और 16 जनवरी को मकर राशि में प्रवेश करेंगे। यह गोचर करियर और आत्मविश्वास को मजबूत करेगा, जिससे कई लोगों को सफलता और प्रतिष्ठा मिलने के संकेत हैं।


बुध का गोचर

बुध 17 जनवरी को मकर राशि में गोचर करेंगे। यह परिवर्तन व्यापार और संचार से जुड़े क्षेत्रों में लाभ दिला सकता है।


ग्रहों के गोचर का प्रभाव

नीतिका शर्मा के अनुसार, नए आविष्कारों और दवाइयों का विकास होगा। हालांकि, कुछ अप्रिय घटनाओं की आशंका भी है, जैसे प्राकृतिक आपदाएं और राजनीतिक अस्थिरता। व्यापार में तेजी आएगी और रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।


पूजा-पाठ और दान

ग्रहों के अशुभ प्रभाव से बचने के लिए हनुमानजी की पूजा और हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए। भगवान शिव और माता दुर्गा की आराधना भी करनी चाहिए।