जन सुराज पार्टी ने बिहार में भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान की शुरुआत की

भ्रष्टाचार के खिलाफ जन सुराज पार्टी का नया अभियान
पूर्व चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी ने बुधवार को बिहार विधानसभा चुनाव से पहले चंदा जुटाने के लिए एक नया अभियान शुरू किया।
पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय सिंह ने यह भी कहा कि उन्होंने बिहार की राजग सरकार पर 70,000 करोड़ रुपये के भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए उच्च न्यायालय में याचिका दायर की है।
सिंह ने एक संवाददाता सम्मेलन में जन सुराज योगदान ऐप का उद्घाटन करते हुए बताया कि लोग अब इस ऐप के माध्यम से 100 रुपये से लेकर 50,000 रुपये तक का योगदान कर सकते हैं, जो हिंदी और अंग्रेज़ी में उपलब्ध है।
उन्होंने यह भी कहा कि जन सुराज पार्टी लगातार राजग सरकार के भ्रष्ट मंत्रियों का पर्दाफाश कर रही है।
सिंह ने आरोप लगाया कि बिहार सरकार के अधिकारियों ने 70,000 करोड़ रुपये की बेहिसाबी राशि को हड़प लिया है।
पार्टी के महासचिव किशोर कुमार मुन्ना ने उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी पर जुलाई 1999 में एक कथित बलात्कार-हत्या मामले में शामिल होने का आरोप लगाया, जब बिहार में राजद की सरकार थी।
सिंह ने कहा, 'घटना के कुछ ही दिनों बाद सम्राट चौधरी के पिता शकुनि चौधरी सत्तारूढ़ राजद में शामिल हो गए। क्या यह सम्राट चौधरी को जांच से बचाने के लिए किया गया?' उपमुख्यमंत्री को इस पर अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए।
पार्टी के वरिष्ठ वकील वाईवी गिरि ने 70,000 करोड़ रुपये के कथित भ्रष्टाचार मामले की सीबीआई जांच की मांग की।
गिरि ने कहा कि आमतौर पर सरकारी खजाने से पैसे निकालने वाले अधिकारियों को उपयोग प्रमाणपत्र प्रस्तुत करना होता है, लेकिन इस मामले में ऐसा नहीं किया गया।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि लोक लेखा समिति (पीएसी) ने मामले की अनदेखी की है। उन्होंने कहा कि लालू यादव के मामले में कई लोगों पर आरोप लगाए गए और उन्हें जेल भेजा गया, जबकि वर्तमान मामले में कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।