जगद्गुरु रामभद्राचार्य की विवादास्पद टिप्पणी पर मुस्लिम नेता की प्रतिक्रिया

आध्यात्मिक गुरु जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश को 'छोटा पाकिस्तान' कहकर विवाद खड़ा किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि कई लोग हिंदुओं को पलायन के लिए मजबूर कर रहे हैं। इस पर मुस्लिम नेता मौलाना शहाबुद्दीन रज़वी ने प्रतिक्रिया देते हुए इसे निराधार बताया और कहा कि हिंदू और मुसलमानों के बीच सद्भाव बना हुआ है। जानें इस मुद्दे पर दोनों पक्षों की क्या राय है।
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जगद्गुरु रामभद्राचार्य की विवादास्पद टिप्पणी पर मुस्लिम नेता की प्रतिक्रिया

जगद्गुरु रामभद्राचार्य का बयान

आध्यात्मिक गुरु जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने अपनी पूर्व की टिप्पणी को दोहराते हुए कहा कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश की स्थिति 'छोटे पाकिस्तान' जैसी है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि राज्य में कई लोग हिंदुओं को पलायन के लिए मजबूर कर रहे हैं। एएनआई से बातचीत में उन्होंने कहा, "मैं आज भी यही कहता हूँ। संभल से हिंदू क्यों पलायन कर रहे हैं? मेरठ और मुज़फ़्फ़रनगर में भी हिंदुओं पर दबाव बढ़ रहा है। मैंने क्या गलत कहा?" यह विवाद तब शुरू हुआ जब रामभद्राचार्य ने पहले कहा था कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में रहना छोटे पाकिस्तान जैसा अनुभव होता है।


कांग्रेस पर आरोप

31 अगस्त को, 2008 के मालेगांव विस्फोट मामले में सभी आरोपियों को बरी किए जाने के बाद, रामभद्राचार्य ने कहा कि कांग्रेस कोई ठोस सबूत पेश नहीं कर पाई और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए। चित्रकूट में एएनआई से बातचीत में उन्होंने कहा, "कांग्रेस बेनकाब हो गई है। वे कोई सबूत नहीं जुटा पाए... आज हम जीत गए हैं और सभी बरी हुए लोगों को कांग्रेस के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर करना चाहिए।" उन्होंने यह भी कहा कि "हिंदू कभी आतंकवादी नहीं हो सकते, इतिहास देख लीजिए।"


मुस्लिम नेता की प्रतिक्रिया

अखिल भारतीय मुस्लिम जमात (एआईएमजे) के अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रज़वी बरेलवी ने रामभद्राचार्य की 'मिनी पाकिस्तान' टिप्पणी की आलोचना करते हुए इसे "निराधार दावा" बताया। उन्होंने कहा कि आध्यात्मिक नेता झूठे आंकड़े देकर हिंदुओं को गुमराह कर रहे हैं। एएनआई से बातचीत में उन्होंने कहा, "वह निराधार दावे कर रहे हैं, इसका कोई आधार नहीं है। ऐसे आध्यात्मिक नेताओं को पाकिस्तान का नाम नहीं लेना चाहिए।"


सामुदायिक सद्भाव का संदेश

संभल, मुजफ्फरनगर और मेरठ में पलायन के दावों का जिक्र करते हुए मौलाना रज़वी ने कहा कि इन क्षेत्रों में हिंदू और मुसलमान दोनों समुदायों के बीच सद्भाव बना हुआ है। उन्होंने कहा, "यहाँ कोई पलायन नहीं हो रहा है; हिंदू और मुसलमान साथ-साथ रह रहे हैं। इन जगहों पर दोनों समुदायों की जनसंख्या बढ़ी है।"