जगदीप धनखड़ का उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा, राष्ट्रपति ने स्वीकार किया

भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया है, जिसे राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने स्वीकार कर लिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके कार्यकाल की सराहना की और उनके स्वास्थ्य की कामना की। जानें इस इस्तीफे के पीछे की वजह और राजनीतिक हलकों में इसकी प्रतिक्रिया।
 | 
जगदीप धनखड़ का उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा, राष्ट्रपति ने स्वीकार किया

जगदीप धनखड़ का इस्तीफा

भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने जगदीप धनखड़ का उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। इस निर्णय को गृह मंत्रालय को भेजा गया है और जल्द ही एक आधिकारिक अधिसूचना जारी होने की संभावना है। धनखड़ ने सोमवार शाम को स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए अपने पद से इस्तीफा दिया, जिससे राजनीतिक हलकों में चर्चाएँ तेज हो गईं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने धनखड़ के इस्तीफे के बाद उनकी सराहना की और जनसेवा के प्रति उनकी दीर्घकालिक प्रतिबद्धता को उजागर किया।


 


प्रधानमंत्री मोदी की प्रतिक्रिया


सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में, प्रधानमंत्री मोदी ने धनखड़ के कार्यकाल में उनके योगदान की प्रशंसा की और उनके स्वास्थ्य की कामना की। उन्होंने ट्वीट किया, "जगदीप धनखड़ जी को भारत के उपराष्ट्रपति सहित विभिन्न पदों पर देश की सेवा करने के कई अवसर मिले हैं। उनके अच्छे स्वास्थ्य की कामना करता हूँ।" धनखड़ ने राष्ट्रपति को लिखे अपने त्यागपत्र में कहा कि वह ‘‘स्वास्थ्य देखभाल को प्राथमिकता देने’’ के लिए तुरंत पद छोड़ रहे हैं।


 


धनखड़ का कार्यकाल


राष्ट्रपति को भेजे पत्र में उन्होंने उल्लेख किया, "स्वास्थ्य सेवा को प्राथमिकता देने और चिकित्सीय सलाह का पालन करने के लिए, मैं संविधान के अनुच्छेद 67(ए) के तहत, तत्काल प्रभाव से भारत के उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा देता हूँ।" 74 वर्षीय धनखड़ ने अगस्त 2022 में पदभार ग्रहण किया था और उनका कार्यकाल अगस्त 2027 तक चलना था। राज्यसभा के सभापति धनखड़ ने संसद के मानसून सत्र के पहले दिन इस्तीफा दिया।