जगदीप धनखड़ का उपराष्ट्रपति आवास छोड़ने का निर्णय

धनखड़ का इस्तीफा और आवास खाली करने की प्रक्रिया
जगदीप धनखड़ जल्द ही उपराष्ट्रपति आवास को छोड़ने वाले हैं। सूत्रों के अनुसार, उन्होंने अपने इस्तीफे की रात से ही सामान पैक करना शुरू कर दिया था, हालांकि उनका इस्तीफा आधिकारिक तौर पर कल स्वीकार किया गया। कई विपक्षी दलों के नेताओं ने उनसे मिलने का समय मांगा, लेकिन धनखड़ इन अनुरोधों को पूरा नहीं कर सके। विशेष रूप से, शिवसेना के संजय राउत और शरद पवार ने भी उनसे मिलने की कोशिश की, लेकिन उन्हें समय नहीं मिल पाया।
धनखड़ का कार्यकाल और स्वास्थ्य कारण
74 वर्षीय धनखड़ ने अगस्त 2022 में उपराष्ट्रपति का पद संभाला था और उन्हें 2027 तक इस पद पर बने रहना था। पिछले साल अप्रैल में, वे संसद भवन के पास चर्च रोड पर बने उपराष्ट्रपति एन्क्लेव में रहने चले गए थे। यह एन्क्लेव, जिसमें उपराष्ट्रपति का निवास और कार्यालय दोनों शामिल हैं, सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास परियोजना के तहत विकसित किया गया था। अब, 15 महीने रहने के बाद, उन्हें यह परिसर खाली करना होगा।
धनखड़ ने सोमवार को स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए अपने पद से इस्तीफा दिया। कांग्रेस पार्टी ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उनके इस्तीफे के पीछे असली कारण उनकी स्वास्थ्य समस्याओं से कहीं अधिक गंभीर हैं। उनके अचानक इस्तीफे ने इस बात को लेकर अटकलें बढ़ा दी हैं कि क्या स्वास्थ्य देखभाल की उनकी प्राथमिकता के अलावा कोई और कारण भी है। यह कदम राज्यसभा में हुए हालिया घटनाक्रम के बाद उठाया गया, जिसने सरकार को अचंभित कर दिया।
आवास की नई व्यवस्था
धनखड़ को उपराष्ट्रपति एन्क्लेव छोड़ने के बाद लुटियंस दिल्ली या किसी अन्य क्षेत्र में टाइप आठ का बंगला आवंटित किया जाएगा। यह बंगला आमतौर पर वरिष्ठ केंद्रीय मंत्रियों या राष्ट्रीय दलों के अध्यक्षों को दिया जाता है।