छोटे शहरों की ऑनलाइन शॉपिंग में बढ़ती लोकप्रियता: दिवाली पर मैट्रो सिटीज को पीछे छोड़ा

दिवाली के इस फेस्टिव सीजन में छोटे शहरों ने ऑनलाइन शॉपिंग में एक नया रिकॉर्ड स्थापित किया है, मैट्रो सिटीज को पीछे छोड़ते हुए। रिपोर्ट के अनुसार, टियर 2 और टियर 3 शहरों से ऑर्डर्स की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। जानें कि कैसे दुर्गा पूजा और करवा चौथ जैसे त्योहारों ने इस वृद्धि को प्रभावित किया और लॉजिस्टिक्स नेटवर्क ने इसे कैसे संभाला।
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छोटे शहरों की ऑनलाइन शॉपिंग में बढ़ती लोकप्रियता: दिवाली पर मैट्रो सिटीज को पीछे छोड़ा

छोटे शहरों का ऑनलाइन शॉपिंग में उभार

छोटे शहरों की ऑनलाइन शॉपिंग में बढ़ती लोकप्रियता: दिवाली पर मैट्रो सिटीज को पीछे छोड़ा

ऑनलाइन शॉपिंग में छोटे शहरों ने मैट्रो सिटी को पीछे कर दिया है.

अब ऑनलाइन शॉपिंग केवल मैट्रो शहरों तक सीमित नहीं रह गई है। छोटे शहरों में भी इसका क्रेज तेजी से बढ़ रहा है, विशेषकर टियर 2 और टियर 3 शहरों में। इस बार दिवाली के दौरान एक रिपोर्ट के अनुसार, ऑनलाइन ऑर्डर्स में सबसे अधिक वृद्धि टियर 2 और टियर 3 शहरों से देखने को मिली है। इसका अर्थ है कि ई-शॉपिंग के मामले में छोटे शहरों ने मैट्रो सिटीज को पीछे छोड़ दिया है।

छोटे शहरों ने बाजी मारी

इस वर्ष, भारत में ऑनलाइन दिवाली शॉपिंग में नॉन मैट्रो सिटीज का योगदान अधिक रहा है। रिपोर्ट के अनुसार, इन शहरों से कुल ऑर्डर्स का 75% हिस्सा आया। उद्योग के आंकड़ों के अनुसार, टियर 3 शहरों ने अकेले कुल ऑर्डर में 50% से अधिक का योगदान दिया। लॉजिस्टिक्स इंटेलिजेंस प्लेटफॉर्म क्लिकपोस्ट ने 4.25 करोड़ से अधिक शिपमेंट का विश्लेषण किया, जिसमें पाया गया कि नॉन मैट्रो सिटीज अब त्योहारी सीजन में ई-कॉमर्स शॉपिंग को प्राथमिकता दे रहे हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि 2025 में टियर 3 शहरों में सभी ऑर्डरों का 50.7% हिस्सा था, जबकि टियर 2 की हिस्सेदारी 24.8% रही। इसका मतलब है कि देश के कुल ऑर्डर वॉल्यूम में छोटे शहरों की हिस्सेदारी लगभग 74.7% है।

छोटे शहरों से ऑर्डर्स में वृद्धि के कारण

दुर्गा पूजा जैसे आयोजनों ने त्योहारी खरीदारी को बढ़ावा दिया, जिसमें पूजा से पहले के सप्ताह में फैशन के ऑर्डर में 14.3% की वृद्धि हुई। करवा चौथ के दौरान, ब्यूटी प्रोडक्ट्स की खरीदारी ने फैशन खर्च को लगभग दोगुना कर दिया। बढ़ते वॉल्यूम के बावजूद, भारत के लॉजिस्टिक्स नेटवर्क ने 2.83 दिनों का औसत वितरण समय बनाए रखा। इसी दिन हाइपरलोकल डिलीवरी में भी साल-दर-साल 42% की वृद्धि देखी गई।

रिपोर्ट के अनुसार, औसत ऑर्डर वैल्यू 2024 में 3,281 रुपए से बढ़कर 2025 में 4,346 रुपए हो गई। क्लिकपोस्ट के सह-संस्थापक और सीईओ नमन विजय ने कहा कि स्मार्ट प्लेयर अगले साल के लिए तैयारी कर रहे हैं, जिसमें सैकड़ों शहरों में उसी दिन डिलीवरी का खाका तैयार करना शामिल है। क्लिकपोस्ट भारत, दक्षिण पूर्व एशिया, मध्य पूर्व और अमेरिका में 450 से अधिक ब्रांडों के लिए हर महीने 5 करोड़ से अधिक शिपमेंट का प्रबंधन करता है।