छोटी दिवाली 2025: पूजा विधि और दीपक जलाने का महत्व

छोटी दिवाली 2025 का पर्व आज मनाया जा रहा है, जिसमें भगवान हनुमान और मां काली की पूजा का विशेष महत्व है। इस दिन 14 दीपक जलाने की परंपरा है, और उन्हें विभिन्न स्थानों पर रखने की सलाह दी जाती है। जानें इस पर्व पर पूजा का सही मुहूर्त और दीपक रखने के स्थान के बारे में।
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छोटी दिवाली 2025: पूजा विधि और दीपक जलाने का महत्व

छोटी दिवाली 2025

छोटी दिवाली 2025: पूजा विधि और दीपक जलाने का महत्व

छोटी दिवाली 2025

छोटी दिवाली 2025: धनतेरस के बाद मनाई जाने वाली छोटी दिवाली आज पूरे देश में धूमधाम से मनाई जा रही है। इस दिन भगवान हनुमान और मां काली की पूजा का विशेष महत्व है। धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, यमराज की पूजा भी इस दिन की जाती है। छोटी दिवाली पर घरों में दीप जलाने की परंपरा है, और शाम को मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है। आइए जानते हैं कि इस अवसर पर कितने दीपक जलाने चाहिए और उन्हें कहां रखना चाहिए?

छोटी दिवाली पूजा का मुहूर्त (Chhoti Diwali 2025 Puja Muhurat)

इस वर्ष कार्तिक मास की चतुर्दशी तिथि 19 अक्टूबर 2025 को दोपहर 1:51 बजे प्रारंभ होगी और 20 अक्टूबर 2025 को 3:00 बजे समाप्त होगी। अभ्यंग स्नान का समय सुबह 5:12 से 6:25 बजे तक रहेगा। पूजा का समय शाम 5:47 बजे से शुरू होगा। छोटी दिवाली की पूजा सूर्यास्त के बाद की जाती है, इसलिए शाम 6 बजे से 9 बजे के बीच पूजा की जा सकती है।

छोटी दिवाली पर कितने दीपक जलाने चाहिए?

छोटी दिवाली के दिन 14 दीपक जलाना अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। इस दिन जलाए गए हर दीपक को एक विशेष स्थान पर रखना चाहिए। श्रद्धा के अनुसार, आप जितने चाहें दीपक जला सकते हैं, लेकिन कम से कम 14 दीपक जलाना आवश्यक है।

दीपक कहां रखें?

यमराज के लिए जलाए गए दीपक को दक्षिण दिशा में रखना चाहिए। मां काली के लिए दूसरा दीपक जलाना चाहिए। भगवान श्री कृष्ण के लिए तीसरा दीपक जलाएं। चौथा दीपक घर के मुख्य द्वार पर, पांचवां पूर्व दिशा में, छठा रसोई में, सातवां छत पर, आठवां तुलसी के पास, नवां बालकॉनी या सीढ़ियों के पास और अन्य दीपक अपने इष्ट देवताओं के नाम से जलाएं।

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