छात्रों ने परीक्षा में पास होने के लिए चिपकाए 500 रुपये के नोट, एक साल का बैन
परीक्षा में धोखाधड़ी का प्रयास

अहमदाबाद: दसवीं कक्षा के दो विद्यार्थियों ने परीक्षा में सफल होने के लिए उत्तर पुस्तिका में 500 रुपये के नोट चिपकाने का प्रयास किया। उनका उद्देश्य कॉपी चेक करने वाले शिक्षक को लालच देना था। लेकिन इस प्रयास का परिणाम उल्टा निकला, जिसके चलते उन्हें अगले एक वर्ष के लिए परीक्षा देने से प्रतिबंधित कर दिया गया है। इसके साथ ही, उन्हें इस परीक्षा में अनुत्तीर्ण भी किया जाएगा। गुजरात माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (जीएसएचएसईबी) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि, 'गुजराती माध्यम में पढ़ने वाले दोनों छात्र परीक्षा में पास होने के प्रति निश्चित नहीं थे।'
पुलिस में शिकायत नहीं की गई
गुजरात में 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं 14 से 29 मार्च के बीच आयोजित की गई थीं। उत्तरपुस्तिकाओं के मूल्यांकन के दौरान, शिक्षकों ने गणित और अंग्रेजी की उत्तर पुस्तिकाओं में नोटों को चिपकाने की सूचना दी। बोर्ड ने इस मामले में प्रोटोकॉल के अनुसार छात्रों के खिलाफ शिकायत दर्ज की। बोर्ड के अधिकारी ने कहा, 'हमने इन छात्रों के खिलाफ पुलिस में शिकायत नहीं की है, क्योंकि यह धोखाधड़ी का मामला नहीं है। परीक्षा सुधार समिति पहले छात्रों की दलीलें सुनेगी और फिर उनकी सजा तय करेगी।'
बोर्ड अधिकारी की प्रतिक्रिया
बोर्ड के अधिकारी ने इस घटना पर निराशा व्यक्त की है। दोनों छात्रों ने उत्तर पुस्तिका में 500 रुपये के नोट चिपकाए थे और लिखा था, 'कृपया मुझे पास करें, क्योंकि मैं परीक्षा की तैयारी नहीं कर सका।' अधिकारी ने कहा कि विश्वविद्यालय के छात्र कभी-कभी परीक्षा के दौरान उत्तर पुस्तिकाओं में नोट चिपका देते हैं, लेकिन स्कूली छात्रों द्वारा ऐसा करना काफी निराशाजनक है। उन्होंने बताया कि इसी तरह का एक मामला 2022 में भी सामने आया था, जब मध्य गुजरात के 12वीं कक्षा के एक छात्र ने रसायन विज्ञान और भौतिकी की उत्तर पुस्तिकाओं में 500 रुपये के नोट चिपकाए थे। उसे भी अनुत्तीर्ण कर दिया गया और एक साल के लिए परीक्षा देने से प्रतिबंधित किया गया।