छत्तीसगढ़ में मुठभेड़ में मारे गए शीर्ष नक्सली नेता सुधाकर

छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में सुरक्षा बलों ने एक महत्वपूर्ण मुठभेड़ में 40 लाख रुपये का इनाम पाने वाले नक्सली नेता सुधाकर को मार गिराया। यह ऑपरेशन नेशनल पार्क क्षेत्र में हुआ, जहां नक्सलियों की उपस्थिति की सूचना मिली थी। इस घटना के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इसे नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई में एक ऐतिहासिक उपलब्धि बताया। जानें इस मुठभेड़ के संदर्भ में और क्या हुआ।
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छत्तीसगढ़ में मुठभेड़ में मारे गए शीर्ष नक्सली नेता सुधाकर

छत्तीसगढ़ में नक्सली मुठभेड़

गुरुवार को छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में सुरक्षा बलों के साथ हुई मुठभेड़ में 40 लाख रुपये का इनाम पाने वाला प्रमुख नक्सली नेता मारा गया। यह ऑपरेशन नेशनल पार्क क्षेत्र में किया गया, जहां खुफिया जानकारी के आधार पर वरिष्ठ नक्सली सदस्यों की उपस्थिति का संकेत मिला था। सूचना के आधार पर, जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) और स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) की एक संयुक्त टीम ने वन क्षेत्र में एक समन्वित अभियान शुरू किया। सुबह से ही संयुक्त बलों और नक्सलियों के बीच गोलीबारी जारी रही। इस मुठभेड़ में मोस्ट वांटेड नक्सली नेताओं में से एक, सेंट्रल कमेटी के सदस्य सुधाकर को मार गिराया गया। उस पर 40 लाख रुपये का इनाम था।


सुधाकर की हत्या का संदर्भ

सुधाकर की हत्या नंबाला केशव राव की हत्या के कुछ समय बाद हुई है, जिन्हें बसवराजू के नाम से भी जाना जाता है। वह मई में छत्तीसगढ़ में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में मारे गए थे। वह घने अबूझमाड़ जंगलों में जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) के नेतृत्व में एक संयुक्त अभियान में मारे गए 30 नक्सलियों में से एक थे। नंबाला केशव राव, जो 1970 के दशक के अंत से नक्सली आंदोलन का हिस्सा रहे हैं, को भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) का महासचिव माना जाता है। उन पर 1.5 करोड़ रुपये का इनाम था और वह कई राज्यों में सुरक्षा बलों पर घातक हमलों के लिए वांछित थे। 


केंद्रीय गृह मंत्री की प्रतिक्रिया

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस अभियान को "नक्सलवाद को समाप्त करने की लड़ाई में एक ऐतिहासिक उपलब्धि" करार दिया। उन्होंने नंबाला केशव राव को नक्सल आंदोलन की रीढ़ बताया और कहा कि यह पहली बार है जब हमारे बलों ने महासचिव स्तर के किसी नेता को मार गिराया है। उल्लेखनीय है कि सोमवार को छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में 16 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया, जिनमें से छह पर सामूहिक रूप से 25 लाख रुपये का नकद इनाम था।