छत्तीसगढ़ में माओवादी कमांडर समेत 10 नक्सलियों का सफाया

छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में सुरक्षा बलों ने एक मुठभेड़ में 10 नक्सलियों को मार गिराया, जिसमें शीर्ष माओवादी कमांडर मोडेम बालकृष्ण भी शामिल हैं। यह मुठभेड़ नक्सल विरोधी अभियान के तहत हुई है, और अभी भी गोलीबारी जारी है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने वामपंथी आतंकवाद को समाप्त करने का लक्ष्य रखा है। हाल के महीनों में सुरक्षा बलों ने कई सफल अभियान चलाए हैं, जिससे नक्सलियों के आत्मसमर्पण की घटनाएं भी बढ़ी हैं।
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छत्तीसगढ़ में माओवादी कमांडर समेत 10 नक्सलियों का सफाया

छत्तीसगढ़ में मुठभेड़ में माओवादी कमांडर का अंत

छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में सुरक्षा बलों ने एक महत्वपूर्ण सफलता हासिल की है, जहां गुरुवार को एक मुठभेड़ में शीर्ष माओवादी कमांडर मोडेम बालकृष्ण, जिसे मनोज के नाम से भी जाना जाता है, सहित 10 नक्सलियों को मार गिराया गया। अधिकारियों के अनुसार, मुठभेड़ अभी भी जारी है, जिससे मृतकों की संख्या में वृद्धि की संभावना है। रायपुर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक अमरेश मिश्रा ने बताया कि यह मुठभेड़ मैनपुर थाना क्षेत्र के जंगलों में नक्सल विरोधी अभियान के दौरान शुरू हुई। इस अभियान में स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ), कोबरा (सीआरपीएफ की विशेष इकाई) और अन्य राज्य पुलिस बल शामिल हैं। गोलीबारी का सिलसिला अभी भी जारी है।


नक्सलियों के खिलाफ सुरक्षा बलों की कार्रवाई

सुरक्षा बलों ने हाल के महीनों में नक्सलियों के खिलाफ कई सफल अभियान चलाए हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने वामपंथी आतंकवाद को समाप्त करने का लक्ष्य 31 मार्च, 2026 तक रखा है। इससे पहले, नारायणपुर जिले में 16 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया, जो पुलिस के अनुसार, माओवादी विचारधारा और निर्दोष आदिवासियों पर हो रहे अत्याचारों से निराश थे। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, पुलिस अधीक्षक ने बताया कि शीर्ष माओवादी नेता स्थानीय लोगों को जल, जंगल और ज़मीन की रक्षा, समानता और न्याय के झूठे वादों से गुमराह करते हैं, जिससे उनका शोषण होता है। स्थानीय कार्यकर्ताओं को गंभीर शोषण का सामना करना पड़ता है, और महिला माओवादियों की स्थिति और भी खराब है।