छत्तीसगढ़ में माओवादी आतंकवाद के खिलाफ प्रधानमंत्री मोदी का आशावाद
प्रधानमंत्री मोदी का बयान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को छत्तीसगढ़ में माओवादी आतंकवाद के खिलाफ प्रगति पर संतोष व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि राज्य और देश अब इस खतरे से मुक्ति के करीब हैं। नवा रायपुर में आयोजित छत्तीसगढ़ रजत महोत्सव के दौरान, उन्होंने नक्सली हिंसा से प्रभावित लोगों के लंबे संघर्ष को याद किया।
माओवादी आतंकवाद का पतन
मोदी ने भारत में माओवादी गतिविधियों के समाप्त होने की उम्मीद जताई और कहा कि वह दिन दूर नहीं जब देश इस आतंकवाद से पूरी तरह मुक्त होगा। उन्होंने हाल की सफलताओं का उल्लेख करते हुए बताया कि अब केवल तीन जिले ही वामपंथी उग्रवाद से प्रभावित हैं। उन्होंने उन लोगों की आलोचना की जो संविधान की रक्षा का दिखावा करते हैं और सामाजिक न्याय के नाम पर आंसू बहाते हैं।
सरकार की रणनीति
प्रधानमंत्री ने बताया कि 2014 में सत्ता में आने के बाद उनकी सरकार ने माओवादी आतंकवाद को समाप्त करने का संकल्प लिया था। उन्होंने कहा कि पहले 125 से अधिक जिले माओवादी आतंकवाद से प्रभावित थे, जबकि अब केवल तीन जिले बचे हैं। केंद्रीय गृह मंत्रालय के अनुसार, वामपंथी उग्रवाद से प्रभावित जिलों की संख्या इस साल की शुरुआत में 18 से घटकर 11 हो गई है।
भविष्य की योजनाएँ
मोदी ने 2014 से पहले की स्थिति की तुलना करते हुए कहा कि तब 126 जिले माओवादी उग्रवाद से प्रभावित थे। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि भारत माओवादी आतंकवाद से पूरी तरह मुक्त होने के लक्ष्य के करीब है, जिसे सरकार 31 मार्च, 2026 तक हासिल करने का प्रयास कर रही है।
